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स्कूल छोड़कर धरना प्रदर्शन में भाग लिया तो होगी यह कार्रवाई, आदेश के बाद मचा हड़कंप

locationमिर्जापुरPublished: Jan 01, 2019 06:50:16 pm

Submitted by:

Akhilesh Tripathi

बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी

teachers protest

शिक्षकों का प्रदर्शन

मिर्जापुर. प्राइमरी स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों का क्लास छोड़ कर धरना प्रदर्शन में शामिल होना अब भारी पड़ेगा। सरकारी अध्यापकों के इस तरह के धरना प्रदर्शन पर अब सरकार सख्ती के मूड में दिखाई दे रही है। मिर्ज़ापुर में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने ऐसे सरकारी शिक्षकों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को जारी पत्र में बीएसए प्रवीण कुमार ने आदेश जारी करते हुए ऐसे शिक्षकों पर कार्रवाई का निर्देश दिया। दरअसल बीएसए को पता चला कि कुछ शिक्षक स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के बजाय समय-समय पर अपनी मांगों को लेकर आयोजित होने वाले धरना प्रदर्शन में भाग लेने चले जाते हैं, जिसकी वजह से स्कूल में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है। शिक्षक के धरना प्रदर्शन में भाग लेने की वजह से सबसे ज्यादा उन स्कूलों में समस्या आती है जो एकल विद्यालय हैं।
बीएसए ने अपने दिए आदेश में सचिव उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद प्रयागराज के 22.11.2018 के आदेश का उल्लेख करते हुआ कहा कि यदि विकास खंड में प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले कोई भी शिक्षक धरना प्रदर्शन में शामिल होता है तो यह अवैधानिक होगा। धरना प्रदर्शन में शामिल होने वाले ऐसे शिक्षकों को अनुपस्थित मानते हुए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण तिवारी के अनुसार वर्तमान में दो शिक्षक गुट में से कोई भी गुट रजिस्टर्ड नहीं है, मगर कुछ शिक्षक पदाधिकारी स्कूलों में पढ़ाने के बजाय आये दिन धरना प्रदर्शन में भाग लेते है। इसमें से अधिकांश लोग बिना किसी अवकाश के इस तरह के कार्यक्रम में भाग लेते हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग ने इस तरह के शिक्षकों पर कार्रवाई भी किया है। उन शिक्षकों की जांच भी चल रही है जो बगैर अवकाश के धरना प्रदर्शन में शामिल हुए थे। बीएसए का कहना है कि इन शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी।
BY- SURESH SINGH

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