सीडीओ प्रियंका निरंजन ने टीम के सदस्यों को माला पहनाकर स्वागत किया। इसके बाद गंगा के किनारे ही कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें जिले के वरिष्ठ प्रसाशनिक अधिकारियों के साथ-साथ समाज के सभी वर्ग के लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरूआत गंगा आरती के साथ किया गया।
बतादें कि यह टीम इस 25 सौ किलोमीटर लंबी गंगा यात्रा पूरे एक महीने में पूरा करेगी। नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत ये पहली और ऐतिहासिक यात्रा है जहां गंगा के समूचे मार्ग को राफ्टिंग एक्सपीडिशन के जरिए तय किया जा रहा है। देवप्रयाग से गंगासागर के बीच इस गंगा राफ्टिंग से न सिर्फ एडवेंचर स्पोर्ट्स को बढ़ावा मिलेगा बल्कि बड़े पैमाने पर गंगा के पुनरुद्धार के लिए सामाजिक जागरूकता को भी प्रोत्साहित किया जा सकेगा. गंगा में अलग-अलग शहरों में मिलने वाले दूषित पदार्थों और गंगा में हो रहे इकोलॉजिकल बदलावों के प्रति भी लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान की शुरुआत हुई है। उत्तराखंड के देवप्रयाग से होते हुए उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार और अंत में बंगाल में खत्म हो जाएगी. यह यात्रा ऋषिकेश, हरिद्वार, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना, सोनपुर होते हुए कोलकाता के रास्ते गंगासागर तक पहुंचेगी. इस टीम का नेतृत्व विंग कमांडर परमवीर सिंह कर रहे है।उनका कहना है कि यात्रा का उद्देश्य गंगा को स्वच्छ और साफ सुथरा रखने के लिए लोगो को जागरूक करना है।
BY- Suresh Singh