पुलिस लाइन में आयोजित पत्रकार वार्ता में पूरे मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने बताया कि, इसके भाई फकरुद्दीन पटना ब्लास्ट के अंदर अभियुक्त है। यह मामला काफी संवेदनशील है। 22 सितंबर को पीएम और सीएम की यात्रा वाराणसी में है। साथ ही 21 सितंबर से मिर्ज़ापुर में विंध्यचाल में
नवरात्रि है। इन्हीं सब की वजह से यह मामला काफी संवेदनशील है।
जिसमें सभी जांच एजेंसियों ने दोनों से पूछताछ की है। पुलिस आगे रिमांड लेकर और पूछताछ करेगी। यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है। वहीं पुलिस दोनों से बरामद 7.5 किलो बारूद को जांच के लिए लैब में भेजने की तैयारी कर रही है। लैब टेस्ट की रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई का पता चलेगा। दरसल, पूरे मामले में क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि कटरा कोतवाली में अवैध विस्फोटक का भंडारण किया गया है।
जिसपर सक्रिय हुई पुलिस ने लगभग साढ़े सात किलो विस्फोटक और भारी मात्रा में पटाखे बरामद करते हुए दोनों को पकड़ा। पकड़े गए दोनों ने बताया कि, उनका विस्फोटक का लाइसेंस है। जिससे पटाखे बना कर बेचने का कार्य करते हैं। मगर जांच के बाद पता चला कि, विस्फोटक एक्ट के अंतर्गत 2014 में इनका लाइसेंस एक्सपायर कर चुका है। गिरफ्तार सभी शहर के कटरा कोतवाली अंतर्गत छोटा मिर्ज़ापुर के रहने वाले हैं। फिलहाल मामला संवेदनशील होने के कारण पुलिस हर पहलुओं की जांच पड़ताल कर रही है।