हालांकि पुलिस हर पहलू की जाँच कर रही है। वहीं पकड़े गए दोनों लोग के परिचितों ने बताया कि सोनभद्र शक़्क्तिनागर में रामलीला में दोनों को काम मिला। इसी के तैयारी में यह लोग पटाखे के लिए बारूद इकठा किये थे। हालांकि चार दिनों के अंदर जिले और वाराणसी में दो बड़े आयोजन से पहले पुलिस कोई रिस्क नहीं उठाना चाह रही है।
इसीलिए पूरे मामले को खंगाला जा रहा है। वहीं विस्फोटक की जाँच भी कराये जाने की तैयारी है। फिलहाल एटीएस दोनों से गहन पूछताछ कर मामले के तह तक जाने के लिए सभी पहलुओं की जाँच कर रही है। बता दें कि, इससे पहले भी जिले से 2013 में पटना के गाँधी मैदान में आयोजित नरेंद्र मोदी की जनसभा में विस्फोटक के सिलसिले में 2014 में NIA ने चार लोगों को पकड़ा था। उस दौरान भी यह मामला सुर्खियों में रहा था। 27 अक्टूबर 2013 को हुंकार रैली के दौरान गांधी मैदान में पाच और पटना जंक्शन पर दो धमाके हुये थे। जिसमें आधा दर्जन लोगों ने अपनी जान गवां दी थी। वहीं 83 अन्य लोग घायल हो गये थे।
INPUT- सुरेश सिंह