दरअसल मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह मिर्जापुर में थे। उन्होंने वहां के रोडवेज बस स्टेशन का निरीक्षण किया। इस दौरान वह परिसर देख ही रहे थे कि शौचालय वाले कॉर्नर पर पहुंच गए। वहां उन्हें शौचालय बेहद गंदी हालत में मिला। इसे देखकर पहले तो वह नाराज हुए पर थोड़ा रुके और अलग ही अंदाज में आ गए। उन्होंने तत्काल आदेश देकर मौजूद कर्मचारियों से फिलायल और बाल्टी में पानी मंगाया। इसके बाद कर्मचारियों को शिक्षा देने के लिये खुद ही अपने हाथों से शौचालय की सफाई कर दी। इसके बाद उन्होंने कर्मचारियों को सफाई की जरूरत और फायदे समझाए। यह भी समझाया कि स्वच्छता में किसी बात की शर्म नहीं होनी चाहिये।
मंत्री जी ने जब शौचालय साफ किया तो उस दौरान अधिकारी और कर्मचारी हैरान हुए व हरकत में आ गए। स्वतंत्र देव सिंह ने सभी को स्वच्छता में किसी प्रकार की लापरवाही न बरतने का आदेश दिया। इसके बाद परिवहन उन्होंने बस स्टैंड का निरक्षण कर यात्रियोंसे को मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली। इस दौरान वह अधिकारियों और कर्मचारियों को नासीहत भी देते नजर आए।
वहीं बस स्टैंड पर शौचालय साफ करने पर जब मंत्री जी से सवाल किा गाय तो उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी के स्वछ्ता अभियान के तहत उन्होंने बस स्टैंड का निरीक्षण किया है। कहा कि सूबे में मिर्ज़ापुर डिपो घाटे में चल रहा है। ऐसे में कर्मचारी और अधिकारियों को चाहिये कि जिन बसों से उनका पेट भरता है और परिवार पलता है उसे और उसके परिसर को साफ-सुथरा रखें, ताकि जो यात्री आएं उन्हें यात्रा करने में सम्मान महसूस हो।
परिवहन मंत्री बनने के बाद स्वतंत्र देव सिंह का पहला निरीक्षण था। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को काम पर ध्यान देने का निर्देश देते हुए चेतावनी दी कि अगली बार व्यवस्था नही सुधारने पर करवाई की जाएगी।
by SURESH SINGH