इधर जिला प्रशासन इस नये बदलाव को लेकर काफी उत्सुक दिख रहा है। कारीडोर बनाये जाने को लेकर व्यापक तौर पर सर्वे का काम किया जाना शुरू हो गया है। इधर मंदिर परिसर की तमाम दुकाने पूरी तरह से बंद रहीं। जिस कारण दर्शनार्थियों का काफी समस्या का सामना भी करना पड़ा। पटना से दर्शन पूजन करने आयी सुनीता का कहना था कि बंद के दौरान काफी परेशना हुई। विरोध की रणनाति की अगुवाई कर रहे संघर्ष समिति के अध्यक्ष व विंध्य पंडा समाज के पूर्व अध्यक्ष राजन पाठक का कहना है कि पिछले चार दिनों से जिला प्रशासन लगातार मंदिर व उसके आस पास घरों में घुस कर नपाई और सर्वे का काम कर रहा है। जिसकी वजह से लोग बहुत परेशान है। राजन का कहना है कि अगर ऐसा होता है तो सैकड़ों लोग सड़क पर आ जायेंगे। वही सूत्रों का कहना है कि विंध्याचल मंदिर के विकास को लेकर खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी गंभीर हैं। शासन के द्वारा विंध्याचल के विकास की सर्वे रिपोर्ट माँगे जाने पर जिला प्रशासन सर्वे करा रहा है जिसमे सड़कों व गलियों के चौड़ीकरण और मंदिर से गंगा घाट तक विश्वनाथ मंदिर के तर्ज पर कॉरिडॉर बनाने का प्रस्ताव है।