मिर्जापुर

काशी विश्वनाथ धाम की तर्ज पर अब विंध्याचल में बनेगा मां विंध्यवासिनी धाम

विंध्याचल में मां विंध्यवासिनी मंदिर परिक्षेत्र का होगा विस्तार, बढ़ेंगी सुविधाएं।
अधिग्रहण के लिये जमीनों और भवनों का होने लगा सीमांकन, तैयार हो रही सर्वे रिपोर्ट।
सात जुलाई को सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रस्तावित दौरे पर पेश हो सकती है रिपोर्ट।

मिर्जापुरJul 05, 2019 / 07:19 am

रफतउद्दीन फरीद

Vindhyavasini Temple

मिर्ज़ापुर. वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र को बाबा विश्वनाथ धाम के तौर पर विकसित करने की शुरुआत के बाद अब सरकार विंध्याचल स्थित मां विन्ध्यवासनी देवी मंदिर परिक्षेत्र को भी मां विंध्यवासिनी धाम के रूप में कायाकल्प की तैयारी में जुट गयी है। मंदिर से 50 फिट चारों तरफ जिला प्रशासन विस्तारीकरण के लिए जमीन खाली करवाएगी। अगर यह कवायद सफल रही तो आने वाले समय मे विंध्याचल की संकरी गालियां चौड़ी होंगी। इसके साथ ही मंदिर का क्षेत्रफल भी बढ़ाया जाएगा। ताकि दूर दराज से आने वाले भक्त आराम से मां विंध्यवासनी के दर्शन-पूजन कर सकें।
 

 

जिला प्रशासन की ओर से मंदिर से 50 फिट की दूरी तक दुकानों सीमांकन शुरू कर दिया है। तहसील के अधिकारियों ने पूरे दल-बल के साथ मंदिर पहुंचकर सीमांकन के लिये चारों तरफ 50 फिट तक की जमीन नापनी शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक जमीन अधिग्रहित की जाएगी। यहाँ यात्री सुविधाएं भी बेहतर किये जाने का प्लान है, ताकि श्रद्धालुओ को कोई कठिनाई न हो। नाप जोख से इलाके मे हड़कंप मच गया है।
 

विंध्याचल के मंदिर ही नही इस कस्बे की सड़कें व सकरी गलियों का भी चौड़ीकरण व सुन्दरीकरण किया जाना प्रस्तावित है। इसमें मंदिर से सटे कचौड़ी गली 35 फिट चौड़ी, मंदिर से जोड़ने वाले पूरब मोहल्ला की गली 100 मीटर तक, 35 फिट चौड़ी रोड व इसके अलावा पुरानी वीआईपी रोड को 40 फिट चौड़ा और बंगाली चौराहा से अमरावती और रोडवेज से बरतर चौराहा 45 फिट चौड़ा करने का प्रस्ताव है।
 

सर्वे व मूल्यांक के लिए नायब तहसीलदार छानबे संतोष कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया जा चुका है। यह टीम मंदिर के आस पास की गलियों और भवनों का नपाई कर सर्वे रिपोर्ट तैयार करेगी। टीम द्वारा विंध्याचल कस्बे में पड़ने वाले 13 मार्गो में से 5 मार्गो का सर्वे पूरा कर लिया गया है, जिसमे से सात मार्गो का सर्वे कर रिपोर्ट जल्द पूरी करने का आदेश दिया गया है। जिला प्रसासन ने टीम को रास्ते में आने वाले भवनों के क्षेत्रफल व मूल्यांकन की विस्तृत सर्वे रिपोर्ट संयुक्त रूप से प्रस्तुत करने को कहा है।
 

इस संबंध में उप निबंधक सदर मिर्जापुर द्वारा राजस्व अधिकारियों कर्मचारियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए मार्ग में आने वाले भवनों का मूल्यांकन तैयार करन के लिये तीन दिन का समय दिया है। फिलहाल यह प्रारंभिक चरण है। उम्मीद जतायी जा रही है कि 7 जुलाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सम्भावित मिर्जापुर दौरे के दौरान जिला प्रशासन पूरी रिपोर्ट को उनके सामने रख सकता है। शासन की स्वीकृति के बाद इस पर कोई ठोस कदम उठाया जाएगा।
By Suresh Singh

 

 

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