अदलहाट थाना क्षेत्र के डेहरी ग़ांव की विजय लक्ष्मी ग़ांव के प्राइमरी स्कूल में शिक्षा मित्र के पद पर तैनात थी। इनके पति जिगना में लेखपाल हैं। घर मे अकेली रहती थी। उनके पति चन्द्रशेखर मिर्जापुर के जिगना में लेखपाल हैं। एक बेटा वीरेश आनंद लखनऊ में पढ़ता है, जबकि बेटी अनुष्का रंजन और एक बेटा अर्पित आनंद साथ रहकर वराणसी में पढ़ाई करते हैं। विजय लक्ष्मी घर में अकेली ही रहती थीं।
मंगलवार को वाराणसी से वापस लौटी बेटी जब घर पहुंची तो दरवाजा अंदर से बंद था। आवाज लगाने पर भी कोई हलचल नहीं हुई तो अनहोनी की आशंका में किसी तरह चहारदीवारी फांदकर घर के अंदर पहुंची। घर के अंदर का मंजर देखकर उसकी चीखें निकल गईं। मां विजय लक्ष्मी का शव चारपाई से बंधा हुआ था। उनका हाथ पैर और गला कसकर बांधा गया था। शव से पहने हुए सोने-चांदी के गहने भी गायब थे और आलमारी का सामान बिखरा पड़ा था। बच्चों की बच्चों की चीखें सुनकर और लोग भी आए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव केा कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेजवा दिया। अपर एएसपी सिटी संजय वर्मा ने कहा है कि पुलिस जल्द ही मामले का खुलासा कर देगी।
By Suresh Singh