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सुरक्षा बलों की तैनाती के लिए बनाई जाएगी सूची
बता दें कि संजय बसु ने आगे कहा, “संवेदनशील गांवों की पहचान पूरी हो गई है, लेकिन संख्या सुनिश्चित करने के लिए अभी समय है। इसलिए केंद्रीय बलों की तैनाती के लिए खास जिलों या इलाकों की सूची अभी तैयार नहीं की जा सकी है।” बहुत जल्द ही इसको लेकर सूची बना ली जाएगी। सोमवार को हुई एक सर्वदलीय बैठक में राजनीतिक दलों ने शिकायत की थी कि शिकायतों को तेजी से लेने और उन्हें दूर करने के निर्वाचन आयोग द्वारा लांच किया गया सीविजिल एप अभी तक चालू नहीं हुआ है, जबकि चुनावी तिथियों की घोषणा हो चुकी है। इसपर उन्होंने आगे कहा कि सीविजिल एप तकनीकी कारणों से चालू नहीं था, लेकिन मंगलवार से वह काम करने लगा है। एप पर 86 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इनमें से 47 को छोड़ दिया गया है।” उन्होंने कहा कि लोग एप का परीक्षण कर रहे हैं, और इसलिए शिकायतों को छोड़ दिया गया है। बसु ने आगे कहा, “मैं कह सकता हूं कि हमें अभी गंभीर शिकायतें नहीं मिली हैं। उनमें से अधिकांश विभिन्न स्थानों को बदशक्ल बनाने से संबंधित हैं। उड़नदस्ते आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के सभी मामलों पर नजर रखे हुए हैं और अन्य कार्य प्रक्रिया में हैं।”
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पश्चिम बंगाल में सात चरणों में होगें चुनाव
बता दें कि पश्चिम बंगाल की कुल 42 लोकसभा सीटों में सात चरणों में लोकसभा के चुनाव होंगे। ये चुनाव 11 अप्रैल से 19 मई तक होंगे। इस बाबत बंगाल में राजनीतिक दलों के बीच चुनावी तैयारियां भी जोरों पर है। टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने टीएमसी का करीब 41 प्रतिशत टिकट महिलाओं को दिया है। इससे पहले ममता बनर्जी ने घोषणा की कि इस चुनाव में उनकी पार्टी करीब 41 प्रतिशत महिलाओं को टिकट देगी। बता दें कि मंगलवार को टीएमसी ने सभी 42 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। जबकि भाजपा, सीपीआई, सीपीआई(एम), कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।
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