जानकारी के मुताबिक शनिवार सुबह तीन बजे के आसपास चलती ट्रेन में अचानक 10 फीट लंबी रेल पटरी ट्रेन की बोगी में घुस गयी। जब यह हादसा हुआ तो ट्रेन पूरी रफ़्तार से चल रही थी। अचानक हुए इस हादसे में एक यात्री के मरने के अलावा दो से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है। ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों ने बताया कि रात मे पटरी तेज आवाज के साथ बोगी में घुस गई। जब यह घटना हुई तो यात्रियों को लगा जैसे कोई विस्फोट हुआ है। तेज आवाज की वजह से रेलगाड़ी में अफरा-तफरी मच गई।
दस फीट लंबी पटरी बोगी के अंदर जब घटना हुई तो लोगों को लगा कि बिस्फोट या आग जैसी कोई घटना हो गयी है। पटरी घुसने के बाद पूरे बोगी में धुआं भर गया था। यात्रिओं का कहना है कि पटरी सात फिट तक अंदर घुस गई थी। इसमें दो यात्रियों के पैर कट गये। पटरी के घुसते ही ट्रेन रुक गयी।
घटना की सूचना पर दानापुर रेल मंडल से वरिष्ठ अधिकारी किऊल के लिए रवाना हो गए हैं। घटना के वक्त रेल महकमे को सूचना मिली कि बम ब्लास्ट हुआ है लेकिन पड़ताल के बाद यह अफवाह निकली।किऊल रेल थाना के प्रभारी ने एजेंसी को बताया, “घायलों को किऊल रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां गंभीर स्थिति को देखते हुए एक यात्री को पटना जबकि दूसरे को लखीसराय अस्पताल भेज दिया गया है।” पूर्व-मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि घटना के कुछ देर तक बाद झाझा-किऊल रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन ठप्प था, परंतु अब रेल यातायात सामान्य हो गया है। उन्होंने बताया कि पूरे मामले की जांच कराई जा रही है।
पीआरओ ने किसी साजिश की आशंका जताते हुए कहा कि पुरानी पटरियां अरसे से रेल ट्रैक के किनारे ही रखी जाती रही हैं, लेकिन ऐसी घटना कभी नहीं घटी। घटना के बाद से रेलवे पुलिस इस हादसे की जांच में जुट गई है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही मामले की हकीकत सामने आएगी। वहीं घटना के बाद से किऊल से होकर गुजरने वाली गाड़ियों का परिचालन थोड़ी देर के लिए बाधित रहा। फिलहाल किऊल झाझा रेलखंड पर गाड़ियों का परिचालन शुरू हो गया है।