10 हजार करोड़ की सालाना बचत
केन्द्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को एक कार्यक्रम में जानकारी देते हुए बताया कि सरकार का लक्ष्य लोगों को सुरक्षित और आरामदेह यात्रा कराना है। सरकार के इस निवेश से रेलवे में इन सुविधाओं का समावेश किया जा सकेगा। पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार रेलवे को एक नई दिशा में लेन जाने का प्रयास कर रही है। सरकार की मंशा है कि लोगों को सुरक्षित और आरामदायक सफर कराया जा सके। रेलवे में इन्वेस्टमेंट से सरकार की इस सोच को मजबूती मिलेगी। रेवले के सुद्रढ़ीकरण के चलाई जा रही योजना के अंतर्गत रेलवे मंत्रालय ट्रैक के विद्युतीकरण को पूर्व निर्धारित 10 सालों की बजाए 4 साल में पूरा करना चाहती है। ट्रैक का विद्युतीकरण होने से सालाना 10 हजार करोड़ रुपए की बचत हो सकती है। इससे घाटे में चल रही रेलवे को लागत में करीब 30% कमी लाने में मदद मिलेगी।
12 महीनों में एक लाख जॉब के अवसर
रेल मंत्री ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में डिरेलमेंट्स और हादसों को लेकर रेलवे की काफी आलोचना हुई थी। उन्होंने की सरकार के लिए यात्रियों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है। रेलवे ट्रैक्स के रखरखाव और आधुनिकीकरण के लिए जल्द ही ग्लोबल टेंडर्स मंगाएंगे। उन्होंने कहा कि हम इकोसिस्टम के जरिए एक साल में 10 लाख नौकरियां ला सकते हैं। रेलवे में रोजगार बढ़ाने की संभावनाओं पर बोलते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि हो सकता है रेलवे खुद सीधे तौर पर नौकरियां ना दे पाए लेकिन इससे जुड़े इकोसिस्टम के जरिए 12 महीनों में एक लाख जॉब के अवसर पैदा किए जा सकते हैं। सरकार सेफ्टी और मेंटेनेंस प्रोग्राम पर एग्रेसिव तरीके से काम कर रही है और इससे ही 2 लाख नौकरियां मिल सकती हैं।