सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2014 में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के दिल्ली सर्किल ने एक रिपोर्ट बनाई थी। इस रिपोर्ट में दावा किया गया था कि गायब स्मारकों की सूची में से 4 मिल गए हैं। हालांकि अभी तक विभाग द्वारा इस जानकारी को आधिकारिक सूची में शामिल नहीं किया गया, जिससे यह अपडेट नहीं हो सकी।
दिलचस्प बात है कि गायब हो चुके स्मारकों को खोजने की कोशिश उस वक्त शुरू हुई थी, जब महालेखा परीक्षक ने राष्ट्रीय धरोहरों की खराब देखरेख और रखरखाव के लिए विभाग को फटकार लगाई थी।
इन गायब स्मारकों को दो सर्किलों में बांट दिया गया है, जिनका नाम दिल्ली सर्किल और मिनी-सर्किल है। इनमें से दिल्ली सर्किल में तीन गुंबद वाला मकबरा, महरौली स्थित शम्सी तालाब नाम की एक मस्जिद और मुनिरका के दो मस्जिद मिलाकर कुल चार गायब स्मारक हैं।
जबकि मिनी सर्किल में मोती गेट, नजफगढ़ के पास फूल चादर, कब्रिस्तान अलीपुर, बाराखंभा कब्रिस्तान और निकोलसन की प्रतिमा समेत 9 स्मारक शामिल हैं। वहीं, कुछ स्थानों के गायब सूची से हटा भी दिया गया है। इनमें शाहीन बाग में खोजा गया जोगाबाई टीला और निजामुद्दीन में नीली छतरी शामिल है।