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हिमाचल प्रदेश: आसमानी कहर ने ली 16 लोगों की जान, शिमला में टूटा 117 साल का रिकॉर्ड

locationनई दिल्लीPublished: Aug 14, 2018 11:30:35 am

Submitted by:

Saif Ur Rehman

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने मरने वालों का आंकड़ा 16 बताया है

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हिमाचल प्रदेश: आसमानी कहर ने ली 16 लोगों की जान, शिमला में टूटा 117 साल का रिकॉर्ड

शिमला। पहाड़ों पर आसमानी आफत आई हुई है। यहां पर कुदरत का कहर जारी है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। रविवार देर रात से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। भारी बारिश की वजह से राज्यों के स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी गई है। प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से करीब 18 लोगों की मौत की खबर हैं। हालांकि राज्य के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने मरने वालों का आंकड़ा 16 बताया है।
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923 सड़कें बंद

भारी बारिश की वजह से प्रशासन को शिमला, कांगड़ा और सोलन समेत कई जिलों में स्कूलों को बंद करना पड़ा। कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन की वजह से कई सड़कों को बंद कर दिया गया है। मीडियो रिपोर्ट्स के मुताबिक 923 सड़कें यातायात के लिए बाधित हो गई हैं। नेशनल हाईवे -5, शाहपुर एनएच 154, जाहू-सरकाघाट सुपर हाईवे, हमीरपुर-शिमला एनएच यातायात के लिए बाधित हो गए हैं। मूसलाधार बारिश से हिमाचल में एक दर्जन के करीब छोटे बड़े पुल ध्वस्त हो गए हैं। जगह-जगह से लैंडस्लाइड के होने से वाहनों के मलबे में दबे होने की भी तस्वीरें आई हैं।
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टूटा 117 साल का रिकॉर्ड

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से बड़ी तबाही मचाई है। शिमला में 117 सालों का रिकॉर्ड टूटा है। शिमला में 117 वर्षों में इतनी भारी बारिश नहीं हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र के मिले आंकड़ों के अनुसार, पोंटा साहिब में 239 मिलीमीटर बरसात हुई, जबकि सुजानपुर तिहरा में 238 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। सुबह 8.30 बजे तक मंडी (235 मिमी), पालमपुर (212 मिमी), शिमला (172.6 मिमी), धर्मशाला (142.8 मिमी) बारिश देखी गई। ड़कों पर बड़ी मात्रा में मलबा इकट्ठा हो गया था, हालांकि सभी प्रभावित जिलों में सड़कों की मरम्मती का काम तेजी से चल रहा है।
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