विशेष ट्रेन से पहुंचाया गया वाघा रेलवे स्टेशन सिख श्रद्धालुओं को विशेष ट्रेन से वाघा रेलवे स्टेशन पहुंचाया गया। बताया जा रहा है कि यहां पर इवैक्यू ट्रस्ट प्रापर्टी बोर्ड (ईटीपीबी) सचिव तारिक खान और पाक गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार तारा सिंह व अन्य अधिकारियों ने बड़ी ही गर्मजोशी से उनका स्वागत किया।
लाहौर से 250 किमी की दूरी पर है वैशाखी का मेला ईटीपीबी सचिव तारिक खान ने बताया कि 1700 भारतीय सिखों को विषेश ट्रेन से यहां पहुंचाया गया और अब यहां उन्हें रावलपिंडी के हसन आबदल स्थित गुरुद्वारा पंजा साहिब में वैशाखी के मेले तक ले जाया जाएगा, जो लाहौर से लगभग 250 किमी की दूरी पर है।
वैशाखी के मेले में खास सुरक्षा के इंतेजाम साथ ही सचिव तारिक खान ने बताया कि मेले में खास सुरक्षा के इंतेजाम भी किए गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की तकलीफ ना हो।
हर साल उत्साह के साथ मनाते हैं ये पर्व बता दें कि वैशाखी का ये पावन मेला 14 अप्रैल को होगा और अल्पसंख्यक लोगों के लिए एक पावन जगह है। हर साल बड़ी संख्या में यहां सिख और हिंदू आते हैं और बड़े ही उत्साह के साथ ये पर्व मनाते हैं।
नानकाना साहिब और डेरा साहिब भी जाएंगे श्रद्धालु
गौरतलब है कि वैशाखी को ये पर्व 10 दिनों तक चलता है। इस दौरान भारतीय सिख तीर्थयात्री गुरुद्वारा जन्मस्थान नानकाना साहिब और डेरा साहिब सहित अन्य पवित्र स्थानों पर भा जाते हैं। पर्व मनाने के बाद भारतीय सिखों का ये जत्था 21 अप्रैल को स्वदेश के लिए रवाना हो जाएगा।
गौरतलब है कि वैशाखी को ये पर्व 10 दिनों तक चलता है। इस दौरान भारतीय सिख तीर्थयात्री गुरुद्वारा जन्मस्थान नानकाना साहिब और डेरा साहिब सहित अन्य पवित्र स्थानों पर भा जाते हैं। पर्व मनाने के बाद भारतीय सिखों का ये जत्था 21 अप्रैल को स्वदेश के लिए रवाना हो जाएगा।