हिरासत में लिए गए 24 अलगाववादी नेता जानकारी के मुताबिक, हमले के आठ दिन बाद घाटी में केन्द्र सरकार ने अलगवादी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। शुक्रवार रात से अब तक जमात-ए-इस्लामी जम्मू एंड कश्मीर के प्रमुख अब्दुल हमीद फैयाज समेत 24 अलगाववादी नेताओं को हिरासत में लिया जा चुका है। जमात के सदस्यों को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग, पहलगाम, दिआलगाम, त्राल सहित विभिन्न जगहों से हिरासत में लिया गया है। अधिकारी इसे नियमित कार्रवाई बता रहे हैं, लेकिन माना जा रहा है कि अनुच्छेद 35 ए पर 25 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई से पहले यह कदम उठाया गया है, ताकि घाटी में माहौल खराब होने से रोका जा सके। इस कार्रवाई से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि यह अलगाववादी समूह तहरीक-ए-हुर्रियत से संबद्ध संगठन पर पहली बड़ी कार्रवाई है।
जमात ने की कार्रवाई की निंदा वहीं, जमात ने एक बयान जारी कर नेताओं को हिरासत में लिये जाने की निंदा की है। जमात का कहना है कि यह कदम इस क्षेत्र में और अनिश्चितता का राह प्रशस्त करने के लिए भली-भांति रची गई साजिश है। संगठन की ओर से दावा किया गया है कि 22 और 23 फरवरी की दरम्यानी रात में पुलिस और अन्य एजेंसियों ने एक व्यापक गिरफ्तारी अभियान चलाया और घाटी में कई घरों पर छापेमारी की। साथ ही संगठन के कई नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, सरकार की ओर से इस कार्रवाई पर अब तक कोई बयान नहीं दिया गया है। लेकिन, माना जा रहा है कि पुलवामा हमले के बाद घाटी में सरकार बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है।