1000 ट्रांसपोर्डर लगाए जाएंगे
समुद्र से सटे तटीय इलाकों और समुद्र की सुरक्षा के लिए इसरो मार्च 2018 तक 1000 ट्रांसपोर्डर भी देगा। इसके तहत सैटेलाइट निगरानी के लिए 20 मीटर से कम लंबी नावों के लिए प्रस्तावित किया गया है।
कलर कोडिंग से होगी पहचान
बताया जा रहा है कि 20 मीटर से ज्यादा लंबी नौकाओं की निगरानी के लिए ऑटोमैटिक आइडेंटिफिकेशन सिस्टम की मदद ली जाएगी। इसके अलावा समुद्र के अंदर और अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा पर निगरानी के लिए राज्यों की नौकाओं पर कलर कोडिंग की जाएगी।
समुद्री तटों की निगरानी तेज
गृह मंत्रालय के लिए वरिष्ठ अधिकारी ने सूत्रों को बताया कि मुंबई हमलों के तर्ज पर होने वाली आतंकी वारदात को रोकने के लिए ऐसे कदम उठाए जा रहे हैं। 26/11 हमले के बाद से ही सुरक्षा एजेंसियों ने समुद्री तटों की निगरानी तेज कर दी थी।
10 आतंकियों ने मचाया था मौत का तांडव
बता दें कि 26 नवंबर 2008 को लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकी समुद्री रास्ते से मुंबई में दाखिल हुए और 166 बेगुनाह लोगों को गोलियों से छलनी करके मौत के घाट उतार दिया था। इस हमले में कई लोग जख्मी भी हुए थे। आतंक का तांडव मुंबई के रेलवे स्टेशन छत्रपति शिवाजी टर्मिनस पर शुरु हुआ था। आतंकियों ने इसके अलावा ताज होटल, होटल ओबेरॉय, लियोपोल्ड कैफ़े, कामा अस्पताल और दक्षिण मुंबई के कई स्थानों पर हमला किया था।
कसाब को फांसी, हाफिज अबतक आजाद
भारतीय सेना ने कई आतंकियों को मार गिराया था जबकि अजमल कसाब को जिंदा पकड़ लिया गया था। मुंबई हमले मामले की सुनवाई के बाद कसाब को 21 नवंबर 2012 को फांसी लगी दी गई जबकि हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद पाकिस्तान में खुलेआम घुम रहा है।