दरअसल दिल्ली के दिल्ली के जसोला में अवैध रूप से बनाई गई एक पांच मंजिला इमारत दो फुट तक झुक चुकी थी। यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता था, इसलिए वहां रहने वाले लोगों ने इस निर्माण की शिकायत स्थानीय प्रशासन से की। तभी प्रशासन की नींद खुली और जांच के बाद इस पांच मंजिला इमारत को खतरनाक घोषित कर दिया गया। उसके बाद दिल्ली की इस नगर पालिका ने अमूल नाम के इस इमारत को खाली करने के आदेश जारी किए।
इसी क्रम में दिल्ली एमसीडी ने गुरुवार को इस इमारत को खाली करवाकर इसे गिरवा दिया। इस इमारत का नाम अमूल अपार्टमेंट है। जब इस इमारत को एमसीडी के द्वारा गिराया गया, तब बगल की एक इमारत इसकी चपेट आग गई। जिससे उस मकान का भी बड़ा हिस्सा धराशाई हो गया। वहीं गौर करने वाली बात ये भी है कि जिस इमारत को गिराया गया। वहां बगल में एक बड़ा नाला था। जब यह इमारत गिरा तो इसका मलवा उसमें जा गिरा। जिससे नाले का पूरा पानी आसपास के घरों में भर गया।
जिससे आस-पड़ोस के मकानों में भी काफी नुकसान हुआ। तभी वहां रह रहे निवासियों ने कहा कि जब अवैध निर्माण होता है तो सब अपनी जेब गर्म करके चले जाते हैं। वहीं उन्होंने सवाल खड़े किए कि बिना किसी के मिलीभगत के जसोला जैसे इलाके में इतनी बड़ी अवैध निर्माण कैसे हो सकती है। वहीं जानकारी के मुताबिक इस मामले में एमसीडी ने इमारत निर्माताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है।