मुंबई। स्थानीय पुलिस और सतर्कता एजेंसियों को केरल के जिन 10 लोगों के आईएस में शामिल होने की आशंका थी, उनमें पांच नवी मुंबई के निकले। पांचों लोग एक ही बिजनेसमैन फैमिली के सदस्य हैं। यह परिवार मुंबई के बिजनेमैन अब्दुल माजिद का है। उनका बेटा 26 वर्षीय अशफाक अहमद जून 2016 में अपनी पत्नी, छोटी बच्ची और 2 चचेरे भाई (22) वर्षीय मुहम्मद सिराज और 30 वर्षीय एजाज रहमान) को लेकर विदेश चला गया। उस समय तक माजिद के परिवार को इस बात की भनक नहीं लगी। बाद में मैसेज के जरिये यह जानकारी दी गई कि वे लोग आईएस में शामिल होने गए हैं।
मैसेज में भेजी गई जानकारी के मुताबिक, अशफाक अहमद अपनी पत्नी, बेटी और दो चचेरे भाइयों मोहम्मद सिराज(22) और ऐजाज रहमान (30) के साथ आईएसआईएस में शामिल हो चुका है। जून के अंतिम सप्ताह में अशफाक ने अपने छोटे भाई के मोबाइल पर मैसेज भेजकर बताया कि, वो आईएसआईएस के अधिकार वाले क्षेत्र में बस गया है और अब वो वापस नहीं आना चाहता। मैसेज के आखिर में अशफाक ने लिखा कि वो अम्मी और अब्बू का ख्याल रखे। इसके बाद अशफाक के पिता अब्दुल माजिद ने पुलिस को इसकी जानकारी दी।
अशफाक के पिता अब्दुल मजीद ने 6 अगस्त को हनीफ के अलावा केरल के एक स्कूल टीचर अब्दुर रशीद के खिलाफ एक एफआईएक दर्ज कराई है। अब्दुल मजीद ने नवी मुंबई में रहने वाले आरशी कुरैशी और कल्याण के रहने वाले रिजवान के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई है। मजीद का कहना है कि इन लोगों ने ही उसके बेटे को बहकाकर आईएस में भर्ती कराया। मजीद के मुताबिक साल 2014 से ही उसके बेटे के व्यवहार में बदलाव आना शुरू हो गया था। वह अलग तरह के कपड़े पहनने लगा और दाढ़ी रखने लगा। फिलहाल इस पूरे मामले की क्राइम ब्रांच जांच कर रही है।