52 प्रतिशत लोगों ने अपने शहर को स्वच्छ बताया
23 प्रतिशत लोगों ने कहा कि सार्वजनिक शौचालयों की उपलब्धता बढ़ी है, जबकि
केवल 12 लोगों ने माना कि अभियान शुरू होने के एक साल बाद सुधार हुआ था
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वच्छ भारत अभियान शुरू किए जाने के 600 दिनों के बाद 52 प्रतिशत लोगों ने अपने शहर को स्वच्छ बताया। एक ऑनलाइन पोर्टल द्वारा किए गए देशव्यापी सर्वेक्षण से यह खुलासा हुआ है। देश के 40,000 लोगों ने इस सर्वे में हिस्सा लिया। सर्वे के मुताबिक, 600 दिनों में स्वच्छ भारत अभियान ने प्रगति की है, लेकिन लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता, नगरपालिकाओं की प्रतिबद्धता और प्रभाविता एक गंभीर एक चुनौती बनी हुई है।
दिलचस्प बात है कि प्रधानमंत्री की पहल के शुभारंभ के एक साल बाद ही 21 प्रतिशत लोगों ने अपने शहर को स्वच्छ पाया था। 23 प्रतिशत लोगों ने कहा कि सार्वजनिक शौचालयों की उपलब्धता बढ़ी है, जबकि केवल 12 लोगों ने माना कि अभियान शुरू होने के एक साल बाद सुधार हुआ था।
सर्वे के तहत 50 प्रतिशत लोगों ने महसूस किया कि नागरिकों में जागरूकता स्वच्छता में सुधार का प्रमुख कारक रहा। लेकिन 40 फीसदी लोगों का मानना है कि अधिक स्वच्छता के लिए नगरपालिकाओं की प्रतिबद्धता जरूरी है। लोगों से जब पूछा गया कि 2 अक्टूबर, 2014 में अभियान शुरू होने के बाद से आपका शहर कैसा है? इस पर 11 प्रतिशत ने कहा कि बहुत स्वच्छ है। 41 प्रतिशत लोगों ने कहा कि थोड़ा स्वच्छ हुआ है। 40 प्रतिशत लोगों ने कहा कि कोई परिवर्तन नहीं हुआ है जबकि 8 प्रतिशत ने कहा कि स्थिति पहले से बदतर हुई है।
सार्वजनिक शौचालयों की उपलब्धता के सवाल पर करीब 64 प्रतिशत लोगों ने कहा कि कोई बदलाव नहीं आया है जबकि 13 फीसदी ने कहा कि कुछ नहीं कह सकते हैं। सर्वे के दौरान सवालों का जवाब देते हुए लोगों ने कुछ अहम सुझाव भी दिए जिसे लागू करने पर प्रधानमंत्री का स्वच्छता अभियान फलीभूत हो सकता है।
लोकल सर्किल्स डॉट कॉम एक लोक मंच है जो स्थानीय स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक शासन में भागीदारी और शहरी जीवन उत्तम बनाने के लिए लोगों को जोड़ता है। पोर्टल का दावा है कि देश भर में एक लाख से अधिक लोग उससे जुड़े हुए हैं।
Home / Miscellenous India / 52 प्रतिशत लोगों ने अपने शहर को स्वच्छ बताया