2017 में दिल्ली एनसीआर में भूकंप के झटके
वहीं इससे पहले जून 2017 में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.7 थी। भूकंप के झटके सुबह लगभग 4.20 बजे लगभग एक मिनट तक महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र हरियाणा का गोहाना रहा। हालांकि, इससे जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। भूकंप के केंद्र जमीन में 22 किलोमीटर नीचे था। वहीं, हरियाणा में भी कई स्थानों पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। घरों से बाहर निकले लोग भूकंप के झटके लगने के साथ ही लोग घरों से बाहर निकल आए और सुरक्षित ठिकाने में शरण ली।
वहीं इससे पहले जून 2017 में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.7 थी। भूकंप के झटके सुबह लगभग 4.20 बजे लगभग एक मिनट तक महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र हरियाणा का गोहाना रहा। हालांकि, इससे जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। भूकंप के केंद्र जमीन में 22 किलोमीटर नीचे था। वहीं, हरियाणा में भी कई स्थानों पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। घरों से बाहर निकले लोग भूकंप के झटके लगने के साथ ही लोग घरों से बाहर निकल आए और सुरक्षित ठिकाने में शरण ली।
भूकंप से नहीं था नुकसान कई लोगों ने ट्वीटर पर भी भूकंप की जानकारी दी। फरवरी में भी दिल्ली एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। उस वक्त उत्तराखंड का रुद्रप्रयाग जिला केंद्र था। भूकंप की तीवत्र 5.8 आंकी गई थी। हालांकि इसमें किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं थी। घबराए लोग घरों से बाहर निकल गए थे।
ऐसे बरतें सतर्कता भूकंप के दौरान ऐसे बरतें सतर्कता अगर आप किसी इमारत के अंदर हैं तो फर्श पर बैठ जाएं और किसी मजबूत फर्नीचर के नीचे चले जाएं। यदि कोई मेज या ऐसा फर्नीचर न हो तो अपने चेहरे और सर को हाथों से ढंक लें और कमरे के किसी कोने में दुबककर बैठ जाएं। अगर आप इमारत से बाहर हैं तो इमारत, पेड़, खंभे और तारों से दूर हट जाएं। अगर आप किसी वाहन में सफर कर रहे हैं तो जितनी जल्दी हो सके वाहन रोक दें और वाहन के अंदर ही बैठे रहें। अगर आप मलबे के ढेर में दब गए हैं तो माचिस कभी न जलाएं, न ही हिलें और न ही किसी चीज को धक्का दें।