Kanpur के संवासिनी गृह में 57 महिलाएं COVID-19 पॉजिटिव, 5 प्रेग्नेंट युवतियां भी शामिल
- देश में तेजी से बढ़ रहा है coronavirus
- Kanpur के संवासिनी गृह ( Sanvasini Grah ) में 57 महिलाएं कोरोना पॉजिटिव
- पांच प्रेग्नेंट लड़कियों के मिलने से उठे सवाल

नई दिल्ली। पूरा देश इन दिनों कोरोना वायरस ( coronavirus in India ) से जूझ रहा है। इस महामारी को रोकने और उसकी चेन को तोड़ने के लिए देश में लॉकडाउन ( Lockdown ) लागू है। इसके बावजूद कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा चार लाख के पार पहुंच चुका है। वहीं, 13 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) के कानपुर ( Kanpur ) से कोरोना को लेकर ऐसा मामला सामने आया है, जिसने सनसनी मचा दी है। बताया जा रहा है कि राजकीय संवासिनी गृह ( Sanvasini Grah ) में 57 महिलाएं कोरोना पॉजिटिव ( COVID-19 ) पाई गई हैं। सबसे हैरानी की बात ये है कि इनमें पांच प्रेग्रेंट ( Pregnant ) भी शामिल हैं, जिसके कारण हंगामा शुरू हो गया है।
संवासिनी गृह 57 महिलाएं कोरोना पॉजिटिव
जानकारी के मुताबिक, कानपुर के संवासिनी गृह में पहले 33 महिलाएं कोरोना पॉजिटिव पाई गईं। 19 जून को 16 और महिलाएं कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं। वहीं, 20 जून की रात और आठ ने मामले सामने आए हैं। इस रिपोर्ट के आने के बाद प्रशासन का पसीना छूट गया है। बताया जा रहा है कि इस संवासिनी गृह में 12 साल से लेकर 34 साल तक महिलाएं रहती हैं। इधर, लड़कियों के गर्भवती होने की खबर से भी हड़कंप मच गया है। हालांकि, डीएम ( DM ) ब्रह्मदेवा राम तिवारी ( Brahm Dev Ram Tiwari ) का कहना है कि लड़कियां शेल्टर होम में आने से पहले ही प्रेग्नेंट थीं। उन्होंने बताया कि जो प्रेग्नेंट लड़कियां कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं, वे कानपुर ( Kanpur ), फिरोजाबाद ( Firozabad ), कन्नौज ( kannauj ), एटा और आगरा की रहने वाली हैं।
12 जून को मिला था पहला मरीज
वहीं, डेप्युटी चीफ प्रोबेशन ऑफिसर श्रुति शुक्ला ( Shruti Shukla ) का कहना है कि प्रेग्नेंट लड़कियां पॉक्सो ऐक्ट ( POCSO ) के तहत पीड़ित हैं और उत्पीड़न के चलते प्रेगनेंट हुई हैं। उन्होंने कहा कि दो लड़कियां दिसंबर आई थीं, उस वक्त वे प्रेग्नेंट थीं। यहां आपको बता दें कि शेल्टर होम में 12 जून को हुई कोरोना की जांच के दौरान एक लड़की पॉजिटिव पाई गई थी। तब से अब तक 57 कोरोना के मामले इस शेल्टर होम में सामने आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि शेल्टर होम में रह रहीं 171 लड़कियों का टेस्ट कराया जा चुका है, जिनमें से 57 पॉजिटिव हैं। कोरोना से पीड़ित ज्यादातर लड़कियों की उम्र 15 से 17 साल के करीब है।
राज्य महिला आयोग ने कही ये बात
राज्य महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर ने भी आरोप को खारिज कर दिया कि शेल्टर होम में रहने के दौरान लड़कियां गर्भवती हुई हैं। उन्होंने कहा कि POCSO एक्ट के तह मामले में दर्ज थे और वे पहले से ही प्रेग्नेंट थीं। उन्होंने आशंका जताई कि जब लड़कियों को एलएलआर अस्पताल भेजा गया, उसी वक्त ये कोरोना संक्रमित हो गईं। इन दोनों लड़कियों से ही दूसरों में यह संक्रमण फैला। रविवार देर रात कानपुर डिवीजन के आयुक्त सुधीर एम बोबड़े और जिला मजिस्ट्रेट डॉ ब्रह्मदेव राम तिवारी ने कहा कि शेल्टर होम में कुल सात लड़कियां गर्भवती थीं और उनमें से पांच कोरोना पॉजिटिव हैं। उन्होंने कहा कि जिस समय यहां लाया गया था, वे गर्भवती थीं। दो गर्भवती लड़कियों को एलएलआर अस्पताल में और तीन को कोविद के इलाज के लिए रामा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। फिलहाल, मामले की छानबीन की जा रही है।
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