ज्यादातर लोग चाहतें हैं पटाखों पर प्रतिबंध मेडिकल एक्सपर्ट्स इसे लेकर काफी चिंतित हैं क्योंकि प्रदूषण के चलते कोरोना वायरस के हवा में कुछ और देर बने रहने की संभावनाएं रह जाती हैं, ऐसे में शहर में संक्रमण के मामलों में प्रसार देखने को मिल सकता है। ‘लोकल सर्कल्स’ की तरफ से इस मुद्दे को समझने के लिए एक सर्वेक्षण किया गया। इसमें दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा और गाजियाबाद के लोगों की एक सामान्य अवधारणा को समझने का प्रयास किया गया। उनसे यह जाना गया कि त्योहारों के मौसम में क्या वे आतिशबाजियों के इच्छुक हैं या इनसे दूरी बरतने में ही अपनी भलाई समझते हैं। नतीजा जो सामने आया, उसमें यह देखने को मिला कि दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले 79 फीसदी निवासी इस दिवाली नियमित पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाए जाने की चाहत रखते हैं, जबकि 32 फीसदियों ने छोटे-मोटे, आम पटाखों की बिक्री को अपना समर्थन दिया है। 47 फीसदी निवासी सभी तरह की आतिशबाजियों और पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध चाहते हैं, जबकि 20 फीसदी चाहते हैं कि सभी पटाखों की बिक्री की अनुमति दी जाए।