भारतीय आकाश में अब जैव ईंधन से उड़ान भरते नजर आ सकते हैं हवाई जहाज, सोमवार को होगा परीक्षण पहली बार चिड़ियाघर में मिली ये बीमारी
कहा जा रहा है कि केनाइस डिस्टेंपर वायरस पहली बार चिड़ियाघर में मिली है। डिवीजनल वन अधिकारी के मुताबिक, “पिछले 10 दिनों में 8 गीदड़ की मौत हो गई है। कीटाणुशोधन दो बार किया जा रहा है। स्थिति नियंत्रण में है”। कहा जा रहा है कि ये रोग अभी दूसरे जानवरों मे नहीं फैला है। जो अभी इस बीमारी की चपेट में नहीं आए है उन्हें सुरक्षित स्थानों पर रखा गया है। मेघालय में स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अनुसंधान केंद्र ने इस बीमारी की पुष्टि की है। इस रोग की वैक्सीन सिर्फ अमरीका में ही है। जिसे सोमवार को भारत में लाया गया। विशेषज्ञों का कहना है कि बाहरी संपर्क से ये वायरल रोह सियारों में फैला है। बता दें कि गत मंगलवार को राज्य के मुख्यमंत्री सरबानंद सोनोवाल ने चिड़ियाघर का दौरा किया था। इस दौरान सीएम ने पशु चिकित्सकों, प्राणीविदों, वरिष्ठ अधिकारियों और चिड़ियाघर अधिकारियों के साथ चर्चा की ।
कहा जा रहा है कि केनाइस डिस्टेंपर वायरस पहली बार चिड़ियाघर में मिली है। डिवीजनल वन अधिकारी के मुताबिक, “पिछले 10 दिनों में 8 गीदड़ की मौत हो गई है। कीटाणुशोधन दो बार किया जा रहा है। स्थिति नियंत्रण में है”। कहा जा रहा है कि ये रोग अभी दूसरे जानवरों मे नहीं फैला है। जो अभी इस बीमारी की चपेट में नहीं आए है उन्हें सुरक्षित स्थानों पर रखा गया है। मेघालय में स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अनुसंधान केंद्र ने इस बीमारी की पुष्टि की है। इस रोग की वैक्सीन सिर्फ अमरीका में ही है। जिसे सोमवार को भारत में लाया गया। विशेषज्ञों का कहना है कि बाहरी संपर्क से ये वायरल रोह सियारों में फैला है। बता दें कि गत मंगलवार को राज्य के मुख्यमंत्री सरबानंद सोनोवाल ने चिड़ियाघर का दौरा किया था। इस दौरान सीएम ने पशु चिकित्सकों, प्राणीविदों, वरिष्ठ अधिकारियों और चिड़ियाघर अधिकारियों के साथ चर्चा की ।
कश्मीर की सियासत में नए समीकरणों का शोर, नेशनल कॉन्फ्रेंस और भाजपा मिलकर बना सकती हैं सरकार क्या है कैनिन डिस्टेंपर रोग? कैनिन डिस्टेंपर रोग को हार्डपैड रोग भी कहा जाता है। ये एक वायरल बीमारी है जो घरेलू और जंगली कुत्तों, लोमड़ी, भेड़ियों, गीदड़ों में देखी जाती है।