कोरोना वायरस के दुनिया भर में फैलने के लिए चीन ज़िम्मेदार क्यों? दुनिया भर के वैज्ञानिक और स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना वायरस का जन्म चीन के वुहान में स्थित होलसेल मीट मार्केट में ही हुआ था। उनके अनुसार ये जानलेवा वायरस पशुओं से इंसान में आया था। खुद चीन को भी ऐसा ही लगा था, इसीलिए कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के बाद वुहान सी-फ़ूड होलसेल मार्केट पर ताला लगा दिया गया।लेकिन इस काम में चीन ने काफी देरी कर दी। चीन में कोरोनावायरस ने 2019 के आख़िरी महीनों में ही दस्तक दे दी थी। फिर भी वुहान के होलसेल मीट मार्केट को बंद करने के लिए चीन ने जनवरी महीने तक इंतज़ार किया। इस दौरान चीनी प्रशासन वुहान से जानलेवा कोरोना वायरस फैलने की बात को सिरे से ख़ारिज करते रहे। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर चीन ने शुरुआत में ही वुहान में लॉकडाउन लगा दिया होता, तो दुनिया भर में हज़ारों लोगों की जानें नहीं जातीं।
कई राष्ट्राध्यक्षों ने महामारी फैलने के लिए चीन को ज़िम्मेदार ठहराया ऑस्ट्रेलिया के पीएम मॉरिसन ने Covid-19 के संक्रमण के फैलने के लिए चीन की होलसेल मीट मार्केट को ज़िम्मेदार बताया था। उन्होंने कहा था कि चीन के मांस के बाज़ार दुनिया भर के अरबों लोगों के लिए जानलेवा खतरा हैं। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से अपील की थी कि चीन के मांस के बाज़ारों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। सुपर पॉवर अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तो कोरोना वायरस को चीनी वायरस तक कह दिया था। चीन ने इस पर नाराज़गी भी ज़ाहिर की थी, लेकिन अमरीका के राष्ट्रपति ने फिर भी कोरोना के बारे में दुनिया को समय रहते सतर्क न करने लिए चीन की निंदा की।
ट्विटर (93 प्रतिशत), इंस्टाग्राम (95 फीसदी) यूजर्स ने चीन को ज़िम्मेदार बताया पत्रिका ने अपने इंटरनेट पोल में कोरोना वायरस के प्रसार में चीन की लापरवाही की भूमिका पर सोशल मीडिया यूजर्स की राय जानने का प्रयास किया। पोल में सवाल किया गया कि क्या कोरोना वायरस के दुनिया भर में तेज़ी से फैल रहे संक्रमण के लिए चीन की लापरवाही ज़िम्मेदार है, क्योंकि उसने समय रहते वुहान में इस संक्रमण से हो रही मौतों के बारे में विश्व समुदाय को सचेत नहीं किया? इसके जवाब में भारी संख्या में यूजर्स ने अपनी राय साझा की। इंस्टाग्राम पर 93 फीसदी यूजर्स ने चीन की लापरवाही को ही कोरोना के तेजी से फैलने के लिए ज़िम्मेदार बताया, जबकि केवल 7 फीसदी ने कहा कि चीन की इसमें कोई भूमिका नहीं है। ट्विटर पर 95 प्रतिशत यूजर्स ने चीनी लापरवाही होने की बात कही, 4.3 फीसदी ने चीनी भूमिका से इंकार किया, तो 0.7 प्रतिशत ने पता नहीं कहा।