44 साल के छोटू के कारनामों के लिस्ट अभी और भी है। भीख मांगने के अलावा छोटू पेशे से एक बिजनेसमैन भी है क्योंकि छोटू एक कबाड़ के डिस्ट्रीब्यूटर है और इसके सामानों को वो ट्रेन में बेचता है। छोटू ने अपने इस बिजनेस को चलाने के लिए और भी कई लड़को को काम पर रखा है। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि यहां से 5 किलोमीटर की दूरी पर सिमडोगा जिले में छोटू के बर्तनों का एक दुकान भी है। इस दुकान को देखने का काम छोटू की पत्नी करती है।
जरा रूककर ये भी पढ़ लीजिए कि छोटू के बिजनेस के जैसे बीवीयों का लिस्ट भी कम नहीं है क्योंकि छोटू की केवल एक नहीं बल्कि तीन पत्नियां है। छोटू महीनेभर में जो भी कमा लेता है उसे वो अपनी तीनो बीवीयों में बराबर की मात्रा में बांट देता है। इस खबर के बाद तो हम केवल यहीं कह सकते हैं कि ऊपरवाला जब भी देता है तो छप्पड़ फाड़ कर ही देता है। यदि आप भी कभी चक्रधरपूर में जाएं तो छोटू से मिलना न भूलें।