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एक्ट इस्ट नीतिः आसियान में हिस्सा लेने के लिए मोदी पहुंचेंगे लाओस

Published: Sep 07, 2016 11:02:00 am

Submitted by:

Abhishek Tiwari

इन शिखर सम्मेलनों में आसियान के 10 राष्ट्राध्यक्ष या शासन प्रमुख और पूर्वी एशियाई सम्मेलन में 18 देश हिस्सा ले रहे हैं

PM Modi BJP

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लाओस। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और 11वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए बुधवार को लाओस की राजधानी पहुंच रहे हैं। इस दौरान उनके अजेंडे में नौवहन सुरक्षा, आतंकवाद, आर्थिक और सामाजिक-सांस्कृतिक सहयोग जैसे विषय होंगे।




विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान कुछ महत्वपूर्ण विषय भी प्रधानमंत्री मोदी के अजेंडे में होंगे। दोनों शिखर सम्मेलन गुरुवार के लिए निर्धारित है। इन शिखर सम्मेलनों में आसियान के 10 राष्ट्राध्यक्ष या शासन प्रमुख और पूर्वी एशियाई सम्मेलन में 18 देश हिस्सा ले रहे हैं। पूर्वी एशियाई शिखर सम्मेलन में विभिन्‍न देशों के नेता अनेक क्षेत्रीय, अंतरराष्ट्रीय हितों से जुड़े विषयों पर चर्चा करेंगे जिसमें नौवहन सुरक्षा, आतंकवाद, परमाणु अप्रसार और पलायन जैसे विषय शामिल होंगे।

यह शिखर सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब चीन विवादित दक्षिण चीन सागर पर अपनी पकड़ मजबूत बनाने को प्रयासरत है। दक्षिण चीन सागर के क्षेत्रीय स्वामित्व को लेकर चीन का फिलीपीन्‍स, वियतनाम, ताइवान, मलयेशिया और ब्रुनेई के साथ विवाद है। यह एक ऐसा व्यस्त जलमार्ग है जहां से भारत का 50 प्रतिशत कारोबारी माल गुजरता है।

सम्मेलनों में हिस्सा लेने जाने की पूर्वसंध्या पर पीएम नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार रात कहा कि भारत दक्षिण एशियाई देशों के साथ भौतिक और डिजिटल सम्पर्क बढ़ाने और आधुनिक एवं एक दूसरे से जुड़ी दुनिया का उपयोग आपसी फायदे के लिए करने को इच्छुक है। बुधवार से शुरू हो रही दो दिवसीय यात्रा से पहले अपने बयान में पीएम ने कहा कि हमारी एक्ट ईस्ट नीति के संदर्भ में आसियान महत्वपूर्ण साझेदार है और यह हमारे उत्तरपूर्वी क्षेत्र के आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है।

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