सुपौल में स्कूली छात्राओं के साथ दरिंदगी मामले में महिला समेत तीन गिरफ्तार, 17 आरोपियों की तलाश जारी अब तक 8 हजार से ज्यादा लोग कर चुके पलायनगुजरातियों के गुस्से और उत्तर भारतीयों पर होने वाले हमलों की वजह से अब तक 10 हजार से ज्यादा लोग पलायन कर चुके हैं। चार दिन में उत्तर भारतीयों पर 42 से ज्यादा हमले हो चुके हैं। आक्रोश का असर मेहसाणा, साबरकांठा, अहमदाबाद, अरावली, पाटण, गांधीनगर जिलों में सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है।
आलम यह है कि हैं कामगारों के न आने से गुजरात के कई जिलों में इंडस्ट्रीज बंद होने लगी हैं. फिलहाल उत्तर भारतीयों पर हमले के बाद गुजरात पुलिस हरकत में आई है। साबरकांठा की बार एसोसिएशन ने घोषणा की है कि उनमें से कोई भी आरोपी का वकील बनकर अदालत में पेश नहीं होगा। मजदूरों के पलायन की वजह से कई फैक्ट्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी बीच राज्य के गृहमंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने रविवार को बैठक बुलाकर हालातों की समीक्षा की। सरकार चाहती है कि घटना के आरोपियों को आसानी से जमानत ना मिल पाए।
साबरकांठा, गांधीनगर, अहमदाबाद, पाटन और मेहसाणा समेत 6 जिलों में हिंसा के मामले दर्ज किए गए हैं। गुजरात के डीजीपी शिवानंद झा ने बताया कि अब तक 342 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उत्तर भारतीयों का कहना है कि उनके घरों और फैक्ट्रियों में हिंदीभाषियों को निशाना बनाया जा रहा है. मकानमालिक घर छोड़ने को कह रहे हैं।
गुजरात हिंसा पर निरुपम का हमलाः मोदी याद रखें यूपी ने गले लगाया तभी बने पीएम, फिर बनारस जाना हैसोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाकर हिंसा भड़काने वाले 70 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करके सात को गिरफ्तार किया गया है। हिंसा प्रभावित क्षेत्रों के लिए पुलिस ने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। गैर गुजरातियों की सुरक्षा के लिए राज्य में राज्य रिजर्व पुलिस की 17 कंपनियों को तैनात किया गया है।