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लोकपाल पर मोदी सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठेंगे अन्‍ना हजारे, दिल्‍ली नहीं रालेगण सिद्धि होगा केंद्र

locationनई दिल्लीPublished: Jan 30, 2019 10:37:02 am

Submitted by:

Dhirendra

अनशन किसी व्यक्ति या पार्टी के विरोध में नहीं है। समाज और देश की भलाई के लिए बार-बार वो आंदोलन करते आए हैं। उसी कड़ी में वो एक बार फिर आंदोलन करने जा रहे हैं।

Anna Hazare

लोकपाल पर मोदी सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठेंगे अन्‍ना हजारे, दिल्‍ली नहीं रालेगण सिद्धी होगा केंद्र

नई दिल्‍ली। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे केंद्र में लोकपाल की नियुक्ति में देरी को लेकर प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार के खिलाफ अनशन करेंगे। वह अपने गांव में आज से अनशन शुरू करेंगे। भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने दावा किया कि सरकार इस मामले में बहाना बना रही है। पिछले साढ़े चार सालों में सरकार ने इस दिशा में प्रभावी कदम नहीं उठाए। उन्‍होंने कहा कि हमने सरकार को कई बार लोकपाल को लेकर पत्र लिखा लेकिन उसका सार्थक परिणाम अभी तक सामने नहीं आया है।
अनशन व्‍यक्ति या पार्टी के विरोध में नहीं
लोकप्रिय समाजसेवी अन्ना हजारे ने कहा कि वह बुधवार को सुबह 10 बजे अपने गांव रालेगण सिद्धी में अनशन पर बैठने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनका अनशन किसी व्यक्ति, पक्ष, पार्टी के विरोध में नहीं है। समाज और देश की भलाई के लिए बार-बार वो आंदोलन करते आए हैं। उसी कड़ी में वो एक बार फिर आंदोलन करने जा रहे हैं।
लोकपाल नियुक्‍त न होने से नाराज
आपको बता दें कि 2011 और 2012 में भ्रष्टाचार के खिलाफ दिल्ली को अन्‍ना हजारे ने अपने आंदोलन का केंद्र बनाया था। उस समय उन्‍होंने तत्कालीन यूपीए टू सरकार के खिलाफ इंडिया अगेंस्ट करप्शन ने मोर्चा खोला था। जंतर मंतर और रामलीला मैदान से लोकपाल की मांग के समर्थन में नारे बुलंद किए गए थे। उस आंदोलन के कई चेहरे थे जो आज राजनीति में सक्रिय भूमिका अदा कर रहे हैं। लेकिन एक चेहरा ऐसा था जिसके ईर्द गिर्द आंदोलन अपनी चाल से आगे बढ़ रहा था। उस चेहरे का नाम था अन्ना हजारे। एक बार फिर वो अनशन पर बैठने जा रहे हैं। लेकिन अनशन का केंद्र भारत का कोई बड़ा शहर नहीं है बल्कि उनका गांव रालेगण सिद्धी है। इस बार यह अनशन मोदी सरकार के खिलाफ है। उनका आरोप है कि आश्‍वासनों और वादों के बावजूद वर्तमान केंद्र सरकार ने लोकपाल को अभी तक नियुक्‍त नहीं किया।
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