शाह ने ट्वीट किया, “दिल्ली के ज्यादातर भागों में बिल्कुल उसी समय एक्यूआई स्तर 200 (मध्यम स्तर) से कम चला गया,जब पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के खेतों में पराली जलाए जाने की घटनाएं कम हो रही हैं।” इस पर प्रतिक्रिया देते हुए केजरीवाल ने कहा कि अक्टूबर के पहले महीने में पराली जलना शुरू होते ही एक्यूआई बढ़ना शुरू हो गया था।
केजरीवाल ने ट्वीट किया कि उत्तर भारत में पराली जलने और वायु गुणवत्ता सूचकांक में बढ़ने के बीच बहुत बड़ा संबंध देखा जा सकता है। अक्टूबर के पहले महीने में पराली जलना शुरू होते ही एक्यूआई बढ़ना शुरू हो गया था। अब इसके खत्म होने पर वायु गुणवत्ता सुधर रही है।