एबीवीपी के वार्षिक सम्मेलन में उठाया जाएगा मुद्दा, सचिव ने कहा मुद्दा का राजनीतिकण किया गया और बीफ की ओर घुमा दी गई बात
सीतापुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का वार्षिक सम्मेलन 1 से 3 नवंबर तक होना है। इस सम्मेलन में एबीवीपी इस मुद्दे को बहस में उठाएगा कि दादरी मर्डर केस में मारे गए अखलाक(52) के दोनों में से एक बेटे के एक हिंदू लड़की के साथ संबंध थे जिसके चलते उसकी हत्या की गई। नेताओं ने अपने राजनीतिक फायदे और तुष्टीकरण के लिए इसे बीफ मुद्दे की ओर डाइवर्ट कर दिया। हालांकि एबीवीपी को अभी इस बात की पूरी जानकारी नहीं कि कौन से बेटे के साथ हिंदू लड़की के संबंध थे। इस कार्यक्रम में एबीवीपी ने उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक को भी आमंत्रित किया है।
एबीवीपी के अवध क्षेत्र के सचिव सत्य भान सिंह ने बताया कि, “पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कुछ मीडिया ने इस बात को उठाया है कि अखलाक के बेटे के एक स्थानीय हिंदू लड़की के साथ प्रेम संबंध थे और उनके परिवार पर हुआ हमला इसी बात का नतीजा था। लेकिन राजनेताओं ने इस मुद्दे पर तुष्टीकरण की राजनीति खेली और इसे बीफ मुद्दे की ओर दिशापरिवर्तित कर दिया। उत्तर प्रदेश के मंत्री आजम खान का यूएन को पत्र लिखे जाने के चलते किस तरह भारत की छंवि खराब हुई है यह भी समरोह में साफ किया जाएगा।”
सत्य भान सिंह ने बताया कि दादरी कांड में तुष्टीकरण की राजनीति से अधिक कुछ भी नहीं हुआ है। अखलाक के परिवार को आर्थिक मदद भी सिर्फ इस वजह से दी गई कि वह एक विशेष जाति से आता है। गौरतलब है कि 50 वर्षीय के घर में बीफ होने की अफवाह उड़ाये जाने के बाद तकरीबन सौ लोगों की भीड़ ने उसे घर से निकाल कर बेहिसाब मारा जिसके चलते उसकी मौत हो गई थी। बाद में पुलिस जांच में यह साबित हो गया था कि अखलाक के घर में गाय का मांस था ही नहीं।