ऊपर दिखाया गया ये वीडियो विशाखापत्तनम का है। मौजूदा समय में तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो जहां पर सूट किया गया है वो कंस्ट्रकशन साइट है। वीडियो में दो अजीब से जीव दिख रहे हैं। स्थानीय लोग इन दोनों जीवों को एलियंस मान रहे हैं। पूरे इलाके में एलियंस के आने की बात तेजी से फैल रही है। लोग सोशल मीडिया पर अलग-अलग प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
ज़मीन की खुदाई में निकला 20 फीट का विशाल कंकाल, वैज्ञानिकों ने बताया दानव लेकिन अब सामने आई बड़ी सच्चाई क्या है सच्चाई?
एक निजी समाचार चैनल ने इस वीडियो की पड़ताल की। उन्होंने कुछ जीव वैज्ञानिकों से बात की। जीव वैज्ञानिकों के मुताबिक ये एलियंस नहीं उल्लू हैं। इन्हें उल्लुओं की सबसे सुंदर प्रजाति श्वेत उल्लू कहा जाता है। वे अधिकतर दक्षिण भारत की तरफ पाए जाते हैं। उन्होंने बताया कि दिल के आकार का चेहरा और चोंच उनकी प्रमुख पहचान है। इनकी खास बात ये है कि अगर आपका ध्यान इनकी ओर जाएगा तो ये सावधान मुद्रा में खड़े हो जाएंगे, जैसा की वीडियो में दिख रहा है। वहीं जब वैज्ञानिकों से उल्लू के पंख को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी ये दोनों बच्चे हैं। इस वजह से उनके पंख नहीं हैं। जब उनका विकास हो जाएगा तो वे उल्लू की तरह दिखने लगेंगे। आपको बता दें कि वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत श्वेत उल्लू एक संरक्षित जीव हैं। वैज्ञानिकों द्वारा इनकी सच्चाई बताने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली।
एक निजी समाचार चैनल ने इस वीडियो की पड़ताल की। उन्होंने कुछ जीव वैज्ञानिकों से बात की। जीव वैज्ञानिकों के मुताबिक ये एलियंस नहीं उल्लू हैं। इन्हें उल्लुओं की सबसे सुंदर प्रजाति श्वेत उल्लू कहा जाता है। वे अधिकतर दक्षिण भारत की तरफ पाए जाते हैं। उन्होंने बताया कि दिल के आकार का चेहरा और चोंच उनकी प्रमुख पहचान है। इनकी खास बात ये है कि अगर आपका ध्यान इनकी ओर जाएगा तो ये सावधान मुद्रा में खड़े हो जाएंगे, जैसा की वीडियो में दिख रहा है। वहीं जब वैज्ञानिकों से उल्लू के पंख को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी ये दोनों बच्चे हैं। इस वजह से उनके पंख नहीं हैं। जब उनका विकास हो जाएगा तो वे उल्लू की तरह दिखने लगेंगे। आपको बता दें कि वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत श्वेत उल्लू एक संरक्षित जीव हैं। वैज्ञानिकों द्वारा इनकी सच्चाई बताने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली।