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कोरोना संकट में Indian Railway में नई भर्तियों पर लगी रोक, 50 फीसदी वैकेंसी भी होंगी सेरेंडर

Highlights- कोरोना संकट (Coronavirus Outbreak) की मार सबसे अधिक उन लोगों को पड़ी है जो बेरोजगार है और नौकरी की तलाश में है व जिनकी नौकरी इस ये कोरोना काल निगल गया- तमाम भर्तियां व इंटरव्यू (Railway Recruitments 2020) रोके हुए है- इसी क्रम में कोरोना वायरस (Jobs In Coronavirus) का असर अब रेलवे (Railway Jobs) की भर्तियों में भी पड़ने लगा है

Jul 03, 2020 / 04:21 pm

Ruchi Sharma

कोरोना संकट में Indian Railway में नई भर्तियों पर लगी रोक, 50 फीसदी वैकेंसी भी होंगी सेरेंडर

नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus in India) के संक्रमण के चलते इस साल की नौकरी (Naukari During Lockdown) पर संकट मंडराया हुआ है। बढ़ती महंगाई व नौकरी का भय दोनों ही जनता को मार रहा है। कोरोना संकट (Coronavirus Outbreak) की मार सबसे अधिक उन लोगों को पड़ी है जो बेरोजगार है और नौकरी की तलाश में है व जिनकी नौकरी इस ये कोरोना काल निगल गया। तमाम भर्तियां व इंटरव्यू (Railway Recruitments 2020) रोके हुए है। इसी क्रम में कोरोना वायरस (Jobs In Coronavirus) का असर अब रेलवे (Railway Jobs) की भर्तियों में भी पड़ने लगा है।
अगले आदेश तक नहीं होगी भर्ती

इसके तहत भारतीय रेलवे ने बड़ा फैसला लिया है। भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने सेफ्टी को छोड़कर सभी नए पद के लिए आवेदन रद्द कर दिए हैं। जानकारी के मुताबिक अगले आदेश तक फिलहाल रेलवे में कोई नई भर्तियां नहीं होंगी ।
50 फीसदी पदों पर कैंसिल हुई भर्तियां

वहीं, मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, पिछले 2 सालों में खाली पदों के लिए भर्ती की समीक्षा की जाएगी । सेफ्टी कैटेगरी को छोड़कर 50 फीसदी पदों के लिए वेकेंसी नहीं निकाली जाएंगी । बता दें कि रेलवे 2020 में कई भर्तियों के लिए आवेदन निकाले थे। कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए सारे आवेदनों में फिलहाल रोक लगा दी गई है ।
रेल डिब्बों की प्रौद्योगिकी में भी होगा बदलाव

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वी. के. यादव ने कहा कि ”निजी कंपनियां कुल मेल और एक्सप्रेस रेलगाड़ियों में से मात्र पांच फीसदी यात्री रेलगाड़ियों का ही परिचालन करेंगी। यादव ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि निजी कंपनियों द्वारा चलाई जाने वाली रेलगाड़ियों का यात्रा किराया इन मार्गों के हवाई एवं बस सेवा किराये के अनुरूप प्रतिस्पर्धी होगा। उन्होंने कहा कि रेलगाड़ी परिचालन में निजी कंपनियों के उतरने से रेलगाड़ियों को तेज गति से चलाने के साथ ही रेल डिब्बों की प्रौद्योगिकी में भी बदलाव आएगा।”
गौरतलब है कि 25 मार्च से पूरे देश में लॉकडाउन है। दो महीने से ज्यादा तक संचालन पूरी तरह बंद रहा है। मई के दूसरे सप्ताह में स्पेशल ट्रेन के रूप में आंशिक संचालन शुरू हुआ है। हाल ही में रेलवे की तरफ से घोषणा की गई थी कि 12 अगस्त तक नियमित ट्रेनों का संचालन नहीं किया जाएगा। इतने दिनों तक संचालन बंद रहने से रेलवे को हजारों करोड़ का नुकसान हुआ है और रोजाना हो रहा है। जिसके मद्देनजर रेलवे ने अपने खर्च में कटौती का फैसला किया है।

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