इस सिलसिले में श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरमैन और जम्मू कश्मीर के एलजी गिरीश चंद्र मुर्मु (Girish Chandra Murmu) ने पहले बताया था कि कोरोना के चलते यात्रा नहीं होगी। इस सिलसिले में एक प्रेसी रिलीज भी जारी की गई थी। हालांकि सरकार ने कुछ मिनटों बाद ही फैसला बदल दिया। अब बताया जा रहा है कि अमरनाथ यात्रा अपने तय कार्यक्रम के मुताबिक ही आरंभ होगी। यात्रा को जारी रखने पर विचार-विमर्श के लिए बुधवार को राजभवन में एक बैठक रखी गई थी। जिसमें सर्व सहमति से इस पर निर्णय लिया गया।
बताया जाता है कि इस बार अमरनाथ यात्रा में सुरक्षा व्यवस्था पहले से भी ज्यादा मजबूत होगी। 60 दिन चलने वाली अमरनाथ यात्रा को सुरक्षित बनाने की जिम्मेदारी गृह मंत्रालय ने जम्मू सरकार के कंधों पर छोड़ी है। आतंकवादी ग्रुप हिज्ब-उल-मुजाहिदीन जैसे संगठनों को धमकी देखते हुए सुरक्षा घेरे को बढ़ाया जाएगा। हिंदू कैलेंडर के मुताबिक अमरनाथ की यात्रा ज्येष्ठ पूर्णिमा से ही शुरू होगी।