इलाहाबाद के झूंसी त्रिवेणीपुरम इलाके में असामाजिक तत्वों ने बीती रात अंबेडकर की मूर्ति का सर वाला हिस्सा तोड़ दिया । सुबह लोगों ने यह देखा तो इसे लेकर वहां हंगामा खड़ा हो गया । इलाहाबाद के पुलिस अधीक्षक ने मीडिया से बात चीत में कहा कि इस घटना को माहौल बिगाड़ने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। कोई गड़बड़ी न हो इसलिए इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। फूलपुर से सपा सांसद नागेंद्र पटेल ने घटना को निंदनीय बताते हुए सरकार से कड़ी कार्यवाई की अपेक्षा की है।
राम नाम जोड़े जाने के दो दिन बाद ही मूर्ति खंडित उत्तर प्रदेश में बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के नाम में ‘राम’ शब्द जोड़े जाने के दो दिन बाद जी यह घटना होने से एक नए विवाद के जन्म लेने की संभावना बढ़ गई है। इस घटना के बाद पूरे इलाके में भारी तनाव व्याप्त है। बाबा साहब की मूर्ति का ऊपर का हिस्सा तोड़ कर जमीन पर फेंक दिया गया था। उधर एक अन्य घटना में सिद्धार्थ नगर जिले से भी आंबेडकर कि मूर्ति तोड़े जाने का मामला सामने आया है। पुलिस दोनों मामलों की जांच कर रही है। उत्तर प्रदेश के गृह सचिव ने मीडिया से बात चीत में कहा है कि दोषी लोग किसी भी हाल में बख्शे नहीं जाएंगे।
जारी है मूर्तियों के तोड़े जाने का सिलसिला बीते दिनों भाजपा के त्रिपुरा की सत्ता में आने के बाद से देश में कई जगहों पर मूर्तियां टूटने का सिलसिला जारी है। त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति तोड़े जाने के बाद तमिललनाडु, केरल और पश्चिम बंगाल में भी कई जगहों पर महापुरुषों की मूर्तियां तोड़ी गई हैं । बता दें कि उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के कप्तानगंज कस्बे के समीप एक गांव में संविधान निर्माता भीमराव आंबेडकर की मूर्ति कुछ दिन पहले ही तोड़ दी गई थी । इससे पहले मेरठ में भी अम्बेडकर प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया गया था |
बता दें कि गृह मंत्रालय ने पहले ही सभी राज्यों को मूर्तियों को लेकर विशेष चौकसी बरतने का निर्देश दिया है । गृह मंत्रालय ने इसमें शामिल लोगों से सख्ती से निपटने की जरूरत पर बल दिया है। प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी भी मूर्तियों को तोड़ने की घटनाओं को लेकर नाराजगी जाहिर कर चुके हैं।