फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन ने अपनी पोती आराध्या बच्चन और नातिन नव्या नवेली नंदा को एक भावुक खत लिखा है। उन्होंने इसमें दोनों को अपने हक के लिए लड़ने और बिना डर के आगे बढ़ने की सलाह दी है। उन्होंने कहा, ‘लोग तुम पर अपनी सोच थोपेंगे लेकिन उसे अपने ऊपर थोपने मत देना।’ आराध्या, अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय बच्चन की बेटी है। वहीं नव्या, श्वेता नंदा और निखिल नंदा की बेटी हैं।
प्रिय नव्या और आराध्या,
तुम दोनों के कंधों पर तुम्हारे परदादाजी की अहम विरासत की जिम्मेदारी है। आराध्या के कंधो पर डॉ. हरिवंश राय बच्चन और नव्या के कंधों पर श्री एच.पी नंदा की जिम्मेदारी। तुम दोनों को तुम्हारे दादाजी ने मौजूदा सरनेम दिया है ताकि तुम इस प्रतिष्ठा, उपाधि और सम्मान को सेलिब्रेट कर सको। तुम दोनों नंदा हो बच्चन हो, लेकिन तुम दोनों लड़की हो महिला हो, चूंकि तुम लोग महिला हो इसलिए लोग अपनी सोच और विचार तुम दोनों पर थोपेंगे।
किसी को तुम्हारी स्कर्ट की लंबाई बताने का हक नहीं
उन्होंने अागे लिखा, लोग तुमसे कहेंगे कि कैसे कपड़े पहनने चाहिए, कैसा व्यवहार करना चाहिए, किससे मिलना चाहिए और कहां जाना चाहिए। लेकिन लोगों के निर्णयों के अनुसार मत जियो। अपनी बुद्धिमानी और विवेक के बल पर फैसला लेना। किसी को यह तय करने का हक मत देना कि तुम्हारी स्कर्ट की लंबाई तुम्हारे चरित्र का पैमाना है। किसी को ऐसी सलाह देने का हक मत देना कि कौन तुम्हारे दोस्त होने चाहिए और तुम्हें किन लोगों से दोस्ती रखनी चाहिए। लोग आपके बारे में बात करेंगे। वो बुरा भी कहेंगे लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि तुम सबकी बात सुनो। कभी भी इस बात से परेशान मत होना और ये मत सोचना कि लोग क्या कहेंगे।
महिला के लिए चुनौतीपूर्ण है ये दुनिया
आनेवाले दिनों में तुम दोनों को ही अपने किसी भी काम का नतीज झेलना पड़ेगा, इसलिए तुम किसी और को तुम्हारे लिए फैसला करने का हक मत दो। नव्या, तुम्हारे सरनेम की खासियत तुम्हें उन मुश्किलों से नहीं बचाएगी, जो एक महिला होने के नाते तुम्हारे सामने आएगी। आराध्या, समय आने के साथ तुम इन चीजों को समझोगी। हो सकता है उस समय मैं तुम्हारे साथ न रहूं। लेकिन मुझे लगता है कि जो मैं आज कह रहा हूं वो उस वक्त भी तुम्हारे लिए सही होगा। एक महिला के लिए यह दुनिया मुश्किल हो सकती है, लेकिन मुझे पूरा यकीन है कि तुम जैसी महिलाएं इन चीजों को बदल सकती हो। तुम हर महिला के लिए एक उदाहरण बन सकती हो। ऐसा ही करना जैसा मैंने आज तक किया है। तुम लोग इससे कही ज्यादा करोगी जो मेरे लिए सम्मान की बात होगी। मैं अमिताभ बच्चन के नाम से नहीं, तुम्हारे दादाजी और नानाजी के नाम से जाना जाऊं।
अमिताभ बच्चन