पटाखे की वजह से रेलवे ट्रैक पर खड़े हुए थे लोग बताया जा रहा है कि अमृतसर के जोड़ा फाटक इलाके में रेलवे ट्रैक के नजदीक रावण का पुतला जलाया जा रहा था। जैसे ही पुतले में पटाखे का विस्फोट होना शुरू हुआ और आग की लपटें तेज हुईं, लोग रेल पटरी पर चले गए। कुछ लोग रावण दहन देखने के लिए पहले से ही रेल पटरी पर खड़े थे। इसी दौरान पठानकोट से अमृतसर जा रही ट्रेन तेज गति से आई और बड़ी तादाद में लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। बताया जाता है कि रावण दहन के दौरान पटाखे जलने की वजह से लोग ट्रेन की सीटी की आवाज नहीं सुन सके।
अबतक 50 के शव बरामद, बढ़ सकती है मृतकों की संख्या पंजाब के नगर निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने बेंगलुरू में एक समाचार चैनल से कहा कि मृतकों की संख्या बहुत अधिक हो सकती है। सिद्धू इस इलाके के विधायक हैं। उनकी पत्नी नवजोत कौर दुर्घटना स्थल पर आयोजित दशहरा उत्सव की मुख्य अतिथि थीं। दुर्घटना शाम 7 बजे हुई। अमृतसर के सब डिवीजन मजिस्ट्रेट राजेश शर्मा ने कहा कि 50 शव बरामद कर लिए गए हैं और करीब 50 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह अमृतसर जा रहे हैं। उन्होंने मृतकों के परिजनों के लिए पांच-पांच लाख रुपए के मुआवजे और घायलों के मुफ्त इलाज की घोषणा की है।