सिक्योरिटी ब्रांच के जरिये भेजे गए इस मेल में उस जगह का नाम दिया गया है जहां पर सुरक्षा में पुलिस कौ तैनात रहना था। तय जगह पर पुलिस तैनात हो इसकी जिम्मेदारी तय करने के लिए जांच अधिकारी बी पुरुषार्थ ने जांच का काम तेज कर दिया, लेकिन कोई भी पुलिस अधिकारी इस मेल पर बोलने के लिए तैयार नहीं है।
जीआरपी जांच अधिकारियों का कहना है कि अगर पुलिस प्रशासन ने सिक्योरिटी ब्रांच के मेल को गंभीरता से लिया होता, तो यह ट्रेन हादसा होने से बच सकता था। उधर… रेल अधिकारियों का कहना है कि लोको पायलट को जब आभाष हुआ कि कई लोग ट्रेन की चपेट में आ गए हैं तो उसने तत्काल इस जानकारी अमृतसर स्टेशन मास्टर को दी. अधिकारी ने बताया कि हादसे के कारण को सुनिश्चित करने के लिए ड्राइवर का बयान दर्ज किया जाएगाआपको बता दें कि दशहरे के दिन हुए इस हादसे में कई लोगों की मौत हो गई थी। जबिक करीब 100 लोग जख्मी हुए थे।