तीन थानों के 25 गांवों में घर-घर तलाश
सीकर पुलिस ने शुक्रवार तड़के नागौर जिले से सटते चार थाना क्षेत्रों के 25 गांवों में घर-घर तलाशी ली। दो दर्जन से अधिक आदतन अपराधियों से थाने में पूछताछ की गई। जिले भर में हथियारबंद नाकाबंदी जारी है। पुलिस ने बलबीर बानुड़ा के फार्म हाउस व आनंदपाल गिरोह से जुड़ाव रखने वाले अपराधियों के ठिकानों पर भी छापामार कार्रवाई की, लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा।
चाचा गिरफ्तार
पुलिस ने आनंदपाल के सांवराद निवासी चाचा दामोदर के घर भी सर्च किया। पुलिस देख दामोदर बैड में बने बॉक्स में छिप गया। घर की तलाशी के दौरान वह अचानक निकलकर भागने लगा लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया। वह भी वांछित अपराधी है। राजकार्य में बांधा पहुंचाने के मामले में दामोदर की पत्नी रतनकंवर, बेटी चेतन उर्फ माया और लक्की चौहान को गिरफ्तार किया गया है।
कारतूस भी हैं, हथियार और गुर्गे भी
सांवराद की घटना से साफ हो गया है कि आनंदपाल के पास न कारतूस की कमी है, न हथियार व गुर्गों की। घटना के बाद मौके पर एसओजी आईजी दिनेश एमएन, अजमेर रेंज आईजी मालिनी अग्रवाल, एटीएस डीआईजी बीएल मीणा और कई आईपीएस अधिकारी पहुंच गए। पुलिस का कहना है कि कार में आनंदपाल, उसका भाई विक्की उर्फ रूपेन्द्र सिंह, गुर्गा आजाद सिंह, महिपाल उर्फ मोंटी भी थे। सांवराद व आसपास के क्षेत्र को पुलिस ने सील कर दिया। बिना तस्दीक के किसी को बाहर नहीं निकलने दिया गया और न अंदर प्रवेश दिया गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना स्थल से काफी संख्या में कच्चे-पक्के रास्ते निकलते हैं। सभी रास्तों पर अलग-अलग पुलिस टीम भेजी गई है। शुक्रवार रात तक बोलेरो का पता नहीं चल सका था।
पूरी सरकार यहां फिर भी बेखौफ
फायरिंग की घटना के बाद कई पुलिस अधिकारी नागौर पहुंच गए। गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया भी गुरुवार को नागौर में ही थे। गौरतलब है कि नागौर के गुढ़ा भगवानदास में 21 मार्च को नाकाबंदी तोडऩे के बाद पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग भी कुख्यात आनंदपाल ने की थी। तब मुठभेड़ में जवान खुमाराम शहीद हो गया था।
हमले में घायल थानेदार लादूसिंह को गैलेंट्री पदोन्नति
लाडनूं से पुलिस वाले सुबह 4.30 बजे घायल थानेदार लादूसिंह को लेकर एसएमएस अस्पताल लेकर पहुंचे। अस्पताल में डीजीपी मनोज भट्ट भी थानेदार लादूसिंह से मिलने आए। भट्ट ने लादूसिंह को उनकी बहादुरी पर गैलेंट्री पदोन्नति देने की घोषणा की।
मैं ठीक हूं, आनंदपाल को पकड़ो
एसएमएस अस्पताल में भर्ती थानेदार लादूसिंह ने बताया कि सांवराद के पास बोलेरो खड़ी थी। गश्ती वाहन से उसके नजदीक पहुंचते ही कार रवाना हो गई। ओवरटेक कर गाड़ी उसके आगे लगाई और गेट खोलना चाहा तो बोलेरो से अंधाधुंध फायरिंग हो गई। गोली से लादूसिंह के एक हाथ की अंगुली और अंगूठा अलग हो गया। एक गोली गाड़ी के गेट को भेदती और लादू सिंह का पेट चीरती दूसरे हाथ में जा लगी। घटना के बाद घायल लादूसिंह ने पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारियों को फोन कर जानकारी दी। साथ में कहा कि मैं ठीक हूं, आप अपराधी को पकड़ो।