किसानों के समर्थन में अन्ना हजारे का कहना है कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार को ‘लोकपाल आंदोलन’ के दौरान हिला दिया गया था। मैं इन किसानों के विरोध को उसी तर्ज पर देखता हूं। अन्ना ने आगे कहा कि इससे पहले किसानों द्वारा किए गए भारत बंद के आह्वान पर उन्होंने रालेगण-सिद्धि में अपने गाँव में एक दिन का उपवास रखा था। किसानों की मांगो पर मेरा पूरा समर्थन है।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार किसानों की मांगों को नहीं माना जाता है तो वे एक बार फिर ‘जन आंदोलन’ के लिए बैठेंगे। ये लोकपाल आंदोलन के समान ही होगा। गौरतलब है कि बीते कुछ महीनों में मुख्य रूप से पंजाब के हजारों किसान तीन नए कृषि कानूनों का लगातार विरोध कर रहे हैं। उन्हें लगाता है कि निजी क्षेत्रों के आने से उनकी फसलों की सही कीमत नहीं मिल सकेगी।