सेना का अभियान आज तीसरे दिन भी जारी, घटनास्थल में पूरी रात रुक रुक कर गोलीबारी, सर्च ऑपरेशन जारी
श्रीनगर। दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले के पम्पोर में एक सरकारी इमारत में पिछले तीन दिन से छिपे सभी तीन आतंकवादी सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में आज मारे गये और इसके साथ ही सेना का अभियान समाप्त हो गया। सभी तीनों आतंकवादियों के मारे जाने के बाद अभियान रोक दिया गया है लेकिन विस्फोटकों एवं हथियारों की तलाश अभी भी जारी है। तीनों आतंकवादियों के शव बरामद कर लिये गये हैं। घटनास्थल से भारी मात्रा में हथियार एवं विस्फोटक सामग्रियाँ भी बरामद हुई हैं।
जानकारी के मुताबिक मारे गये आतंकवादियों की अभी पहचान नहीं हो पायी है। वहीं रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल एन.एन.जोशी ने कहा कि तीनों आतंकवादियों के मारे जाने के संबंध में अभी आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है। ये आतंकवादी केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के काफिले पर हमला करने के बाद इस इमारत में छिप गये थे। इस हमले में दो जवान शहीद हो गये थे तथा एक असिस्टेंट कमांडेंट समेत 13 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये थे।
मुठभेड़ के दौरान सेना के दो कप्तान एवं एक लांस नायक भी शहीद हो गये। इससे पहले जीओसी 15 कॉर्प के लेफ्टिनेंट जनरल एस.के.दुआ ने बताया कि इस अभियान में समय लग सकता है क्योंकि इमारत काफी बड़ी है। कल पूरी रात और आज सुबह भी यहां रुक-रुक कर गोलीबारी होती रही थी। उजाला होते ही सुरक्षाबलों ने उद्यमिता विकास संस्थान (ईडीआई) की इमारत में छिपे आतंकवादियों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया था।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कल के मुकाबले बीती रात कम गोलीबारी हुई लेकिन सुबह होते ही सुरक्षाबलों ने अपना अभियान तेज कर दिया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कल पम्पोर और आस -पास के इलाके में हुए विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सीमपोरा-गलांधर-पम्पोर मेें निषेधाज्ञा लागू है।