‘अनुभूति’ की खास अनुभूतियां
– आरामदायक सीट, आर्म रेस्ट में स्नैक टेबल के साथ
– सभी सीटों के पीछे इन्फोटेनमेंट के लिए एससीडी टीवी, जिनपर मांग के अनुसार चलेंगे वीडियो
– हैंड्स फ्री टैप वाले माड्यूलर शौचालय
– प्रत्येक सीट के लिए अटेंडेंट कॉल सुविधा
– स्वचालित आईसी स्लाइडिंग दरवाजा
– हर सीट के लिए अलग ओवरहेड रीडिंग लाइट
– जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली
– एलईडी लाइट की व्यवस्था
– एंटी ग्रेफाटी कोटिंग के साथ विशेष बाहरी पेंट कोटिंग, जिन पर कुछ लिखा नहीं जा सकेगा।
– अधिकतम गति 160 किमी / घंटा
– आरामदायक सीट, आर्म रेस्ट में स्नैक टेबल के साथ
– सभी सीटों के पीछे इन्फोटेनमेंट के लिए एससीडी टीवी, जिनपर मांग के अनुसार चलेंगे वीडियो
– हैंड्स फ्री टैप वाले माड्यूलर शौचालय
– प्रत्येक सीट के लिए अटेंडेंट कॉल सुविधा
– स्वचालित आईसी स्लाइडिंग दरवाजा
– हर सीट के लिए अलग ओवरहेड रीडिंग लाइट
– जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली
– एलईडी लाइट की व्यवस्था
– एंटी ग्रेफाटी कोटिंग के साथ विशेष बाहरी पेंट कोटिंग, जिन पर कुछ लिखा नहीं जा सकेगा।
– अधिकतम गति 160 किमी / घंटा
अभी रूट तय नहीं
एलएचबी (हॉफमैन बुश)कोच अनुभूति का प्रयोग किन रूट्स पर किया जाएगा, फिलहाल यह तय नहीं। इन्हें जर्मनी की लिंक-हॉफमैन बुश कंपनी ने किया है और इनका भारत की रेल कोच फैक्ट्री में उत्पादन होगा।
एलएचबी (हॉफमैन बुश)कोच अनुभूति का प्रयोग किन रूट्स पर किया जाएगा, फिलहाल यह तय नहीं। इन्हें जर्मनी की लिंक-हॉफमैन बुश कंपनी ने किया है और इनका भारत की रेल कोच फैक्ट्री में उत्पादन होगा।
दिल्ली- मुंबई अब सिर्फ 13 घंटे में
रेलवे ट्रेनों की गति सुधारने की तैयारी कर रही है। दिल्ली- मुंबई के बीच की दूरी को सिर्फ 13 घंटे में पूरा किया जाएगा। इससे राजधानी से भी कम समय लगेगा। ट्रेन का यह परीक्षण हाल ही में किया गया है। इसमें राजधानी के एलएचबी (लिंक होफमान बुश) कोच का इस्तेमाल किया। अब रेलवे सभी परीक्षणों की समीक्षा करेगा। इसके बाद आगे के ट्रायल पर विचार किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक रेलवे बोर्ड के सदस्य इसी महीने नई सुविधाओं को लेकर बैठक कर सकत हैं। रेलवे बोर्ड के सदस्य रविंद्र गुप्ता ने बताया कि फिलहाल जो 24 कोच वाली ट्रेन इस रूट पर चल रही है, उसकी रफ्तार 130 किमी प्रतिघंटा है। मोड़ आने पर ट्रेन की रफ्तार को 90 किमी प्रति घंटा रखा जाता है। 1386 किमी का सफर ट्रेन 15.35 घंटे में पूरा करती है। लेकिन नए प्रोजेक्ट के लिए 14 कोच वाली ट्रेन का इस्तेमाल किया गया। हालांकि पहले परीक्षण के दौरान दो इंजनों के साथ ट्रेन का परीक्षण किया गया था।
रेलवे ट्रेनों की गति सुधारने की तैयारी कर रही है। दिल्ली- मुंबई के बीच की दूरी को सिर्फ 13 घंटे में पूरा किया जाएगा। इससे राजधानी से भी कम समय लगेगा। ट्रेन का यह परीक्षण हाल ही में किया गया है। इसमें राजधानी के एलएचबी (लिंक होफमान बुश) कोच का इस्तेमाल किया। अब रेलवे सभी परीक्षणों की समीक्षा करेगा। इसके बाद आगे के ट्रायल पर विचार किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक रेलवे बोर्ड के सदस्य इसी महीने नई सुविधाओं को लेकर बैठक कर सकत हैं। रेलवे बोर्ड के सदस्य रविंद्र गुप्ता ने बताया कि फिलहाल जो 24 कोच वाली ट्रेन इस रूट पर चल रही है, उसकी रफ्तार 130 किमी प्रतिघंटा है। मोड़ आने पर ट्रेन की रफ्तार को 90 किमी प्रति घंटा रखा जाता है। 1386 किमी का सफर ट्रेन 15.35 घंटे में पूरा करती है। लेकिन नए प्रोजेक्ट के लिए 14 कोच वाली ट्रेन का इस्तेमाल किया गया। हालांकि पहले परीक्षण के दौरान दो इंजनों के साथ ट्रेन का परीक्षण किया गया था।