..ताकि आतंकवाद पर लगे अंकुश रविवार को एक इंटरव्यू में सेना प्रमुख ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में मौजूद सशस्त्र बल वर्तमान स्थिति में ही बने नहीं रह सकते हैं, उन्हें हालात का सामना करने के लिए नई रणनीति और युद्ध-नीति विकसित करने की जरूरत है। सेना प्रमुख ने कहा कि एक साल पहले जब पद संभाला था तबसे अभीतक में हालात बेहतर हुए हैं। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि पाकिस्तान पर दबाव बनाया जा सकता है। जिससे सीमा पार से जारी आतंकी गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके। उन्होंने साफ संकेत दिया कि सेना आतंकवाद से सख्ती से निपटने की अपनी नीति पर चलती रहेगी। कश्मीर में शांति बहाल करने वाले एक सवाल पर जनरल रावत ने कहा, सैन्य कार्रवाई के साथ-साथ राजनीतिक पहल भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि साथ-साथ चलने से ही कश्मीर में शांति की बहाल की जा सकती है। बता दें कि सरकार की ओर से कश्मीर में अलगावादियों से वार्ता करने के लिए सरकार ने पूर्व राजनयिक दिनेश्वर शर्मा को नियुक्त किया है।
सेना का काम शांति बहाल करना जनरल रावत ने कहा, ‘कश्मीर मसले को खत्म करने के लिए सेना केवल एक जरिया है। उन्होंने कहा कि सेना का मकसद आतंकियों को रोकना और आतंक के रास्ते पर जाने वाले लोगों को शांति के रास्ते पर लाना है।’ जनरल रावत ने बताया कि कुछ स्थानीय युवाओं को कट्टरता के रास्ते पर ले जाने की कोशिश हो रही है और वे आतंकी संगठनों में शामिल हो रहे हैं। इससे निपटने के लिए सेना आतंकी सगठनों पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है।
सेना प्रमुख ने दिया था ये बयान
हालही में सेना प्रमुख बिपिन रावत ने बयान के जरिए पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान तो आतंकियों को लगातार भेजता ही रहेगा और हम जितने आतंकियों को मारेंगे वो उतने ही भेजेगा, इसलिए हमने तय किया है कि पाकिस्तानी सेना की उन पोस्ट्स को निशाना बनाया जाए, जहां से आतंकवादियों को मदद मिल रही है। बिपिन रावत ने कहा था कि हमारा मकसद पाकिस्तानी पोस्ट्स को बर्बाद करना रहा है, ताकि वह दर्द उनको महसूस करे, इसलिए जो नुकसान पाकिस्तान को हुआ है वो भारत से तीन-चार गुना ज्यादा है।
हालही में सेना प्रमुख बिपिन रावत ने बयान के जरिए पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान तो आतंकियों को लगातार भेजता ही रहेगा और हम जितने आतंकियों को मारेंगे वो उतने ही भेजेगा, इसलिए हमने तय किया है कि पाकिस्तानी सेना की उन पोस्ट्स को निशाना बनाया जाए, जहां से आतंकवादियों को मदद मिल रही है। बिपिन रावत ने कहा था कि हमारा मकसद पाकिस्तानी पोस्ट्स को बर्बाद करना रहा है, ताकि वह दर्द उनको महसूस करे, इसलिए जो नुकसान पाकिस्तान को हुआ है वो भारत से तीन-चार गुना ज्यादा है।