उसी की भाषा में जवाब देने का वक्त आ गया
गौरतलब है कि बीएसएफ जवान की बर्बर हत्या करने के बाद भारत पाकिस्तान के विदेश मंत्री स्तर के बीच मुलाकात रद्द होने के बाद सेना प्रमुख रावत ने बड़ा बयान दिया था । रावत ने कहा था कि पाकिस्तान की गीदड़ भभकियों से डरने वाले नहीं हैं, भारतीय सेना पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब दे रही है, लेकिन हम बर्बरता पर नहीं उतरे हैं। हालांकि अब समय आ गया है जब हमें अपनी रणनीति में बदलाव कर पाकिस्तान को जवाब देना होगा। साथ ही उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक की वर्षगांठ मनाने को लेकर कहा था कि इस तरह की सर्जिकल स्ट्राइक पहले कभी नहीं हुई है।
बातचीत के लिए आतंकवाद छोड़ना पड़ेगा
रावत ने कहा था कि पाकिस्तान के साथ आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं हो सकती। सेना प्रमुख ने कहा कि अगर पाकिस्तान बातचीत का हाथ बढ़ाना चाहता है तो उसे पहले अपने किसी एक्शन के जरिए ये साबित करना होगा कि वो आतंकवाद का समर्थक नहीं है।
यूजीसी मनाएगी सर्जिकल स्ट्राइक दिवस
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ( यूजीसी) ने देश भर के विश्वविद्यालयों और उच्चतर शिक्षण संस्थानों को गुरुवार को निर्देश दिया कि 29 सितंबर की तारीख को ‘सर्जिकल स्ट्राइक दिवस’ के तौर पर मनाएं।