script

पूर्वोत्तर में भारतीय सेना ने की बड़ी स्ट्राइक! दर्जनों कैंपों को किया तबाह

locationनई दिल्लीPublished: Mar 16, 2019 06:48:20 am

Submitted by:

Anil Kumar

भारतीय सेना ने म्यांमार की सेना के साथ मिलकर उग्रवादियों के कैंपों को किया तबाह।
भारत-म्यांमार सीमा पर अराकान आर्मी के खिलाफ दोनों देशों की सेना ने संयुक्त ऑपरेशन किया।
बालाकोट में भारतीय वायुसेना ने एयर स्ट्राइक कर आतंकी अड्डों को किया था ध्वस्त।

भारतीय सेना

बालाकोट में एयर स्ट्राइक के दौरान भारत-म्यांमार सीमा पर भी सेना ने उग्रवादियों के कैंपों को किया ध्वस्त

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक कर आतंकी अड्डों को नेस्तनाबूद कर दिया था। इसके बाद से भारत-पाक के बीच तनाव काफी बढ़ गया। लेकिन अब एक बेहद की चौंकाने वाली खबर सामने आई है। दरअसल भारतीय वायुसेना जिस समय पाकिस्तान के अंदर घुसकर बालाकोट में एयर स्ट्राइक को अंजाम दे रही थी, ठीक उसी समय भारत और म्यांमार की सेना मिलकर सीमा पर उग्रवादियों के खिलाफ अभियान चला रही थी। हालांकि इस बारे में कोई भी चर्चा न तो मीडिया में दिखाई पड़ा और न ही इसपर राजनीतिक दलों ने अपने विचार रखे। बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बीते सप्ताह मंगलौर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि हमने तीन स्ट्राइक किए हैं, दो के बारे में सबको पता है, जबकि तीसरे के बारे में नहीं बताउंगा। अब ऐसे कयास लगाए जा सकेत हैं कि संभवत: राजनाथ सिंह इस स्ट्राइक के बारे में ही कह रहे हों।

राजनाथ सिंह का बड़ा खुलासा- 5 साल में हमने किए तीन एयर स्ट्राइक

भारत-म्यांमार की सेना ने मिलकर चलाया अभियान

बता दें कि मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि 17 फरवरी से 2 मार्च के बीच भारत और म्यांमार की सेना ने मिलकर बॉर्डर पर उग्रवादियों के खिलाफ अभियान चलाया और उनके दर्जनों कैंपों को तबाह कर दिया। रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत-म्यांमार की सेना ने अराकान आर्मी के सदस्यों के खिलाफ यह अभियान चलाया था। हालांकि इस ऑपरेशन के दौरान भारत ने सीमा पार नहीं किया। आगे यह भी बताया गया है कि इस ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए भारतीय सेना ने नगालैंड और मणिपुर से सटे सीमावर्ती इलाको में सुरक्षा बढ़ा दी थी, ताकि किसी भी सूरत में उग्रवादी भारतीय सीमा में दाखिल न हो सके। रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि अराकान आर्मी के सदस्य मिजोरम सीमा से सटे अंतर्राष्ट्रीय सीमा के काफी करीब आ गए थे।

फिर मार भगाया पाकिस्तानी ड्रोन, श्रीगंगानगर सेक्टर में वायुसीमा उल्लंघन की कोशिश नाकाम

भारत ने म्यांमार की सेना को दी खुफिया सूचनाएं

बता दें कि इस ऑपरेशन को सफल करने के लिए पहले भारतीय सेना ने म्यांमार की सेना से खुफिया जानकारियां साझा की। भारतीय सेना ने बताया कि अराकान आर्मी भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके बाद से दोनों देशों की सेनाओं ने संयुक्त ऑपरेशन करने का फैसला किया। भारत ने असम राइफल्स के जवानों को सीमा पर तैनात कर दिया गया। इस ऑपरेशन में इंडियन आर्मी की स्पेशल फोर्स, असम राइफल्स, दूसरी इंफैंट्री यूनिट्स शामिल थी। इस ऑपरेशन में हेलिकॉप्टर्स, ड्रोन्स और दूसरे सर्विलांस उपकरणों का इस्तेमाल किया गया था। बता दें कि भारत और म्यांमार सीमा पर कालादान प्रॉजेक्ट पर काम किया जा रहा है। यह एक मल्टी ट्रांजिट ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट है जिसपर 2008 में भारत ने म्यांमार को सहयोग देने पर सहमति दी थी। इसके पूरा होने से मिजोरम म्यांमार के रखाइन राज्य के सिट्वे पोर्ट से जुड़ जाएगा और इससे म्यांमार से मिजोरम की दूरी 1000 किलोमीटर कम हो जाएगी। इस प्रॉजेक्ट को भारत के दक्षिण-पूर्व एशिया में गेटवे के तौर पर देखा जा रहा है। लिहाजा यह प्रॉजेक्ट उग्रवादियों के निशाने पर हर दम था। इसलिए अब दोनों देशों की सेनाओं ने उग्रवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उनके कैंपों को ध्वस्त कर दिया।

 

Read the Latest India news hindi on Patrika.com. पढ़ें सबसे पहले India news पत्रिका डॉट कॉम पर.

ट्रेंडिंग वीडियो