पत्रकार राजदेव रंजन हत्या कांड में गिरफ्तार हो शहाबुद्दीनः मोदी
Published: Sep 15, 2016 09:18:00 am
मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद के परिवार में बड़े मियां तो बड़े मियां छोटे
मियां सुभान अल्ला है, शहाबुद्दीन को बाप का साथ तो बेटा है उसके शूटर के साथ
राजद नेता और सीवान के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन को जिला बदर करने और सीसीए(क्राइम कंट्रोल एक्ट) लगाने की मांग को लेकर एनडीए के नेताओं ने बुधवार को गर्दनीबाग स्थित धरना स्थल पर दिन भर धरना दिया। इस दौरान पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राजद के पूर्व सांसद को पत्रकार राजदेव हत्याकांड मामले में तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की। मोदी ने कहा कि राजदेव हत्याकांड के अभियुक्त कैफ भागलपुर से सीवान तक शहाबुद्दीन के साथ रहा है। इससे राजदेव हत्याकांड में शहाबुद्दीन की संलिप्तता उजागर होती है।
अखिलेश की तरह लालू के मंत्री पुत्र करे अपरधियों को बाहर
मोदी ने कहा कि शहाबुद्दीन का शार्प शूटर लड्डन मियां व कैफ का नाम आया था। सरकार को शहाबुद्दीन के जेल में रहने के दौरान ही रिमांड पर लेकर पूछताछ करना चाहिए था। सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई में देरी हो सकती है, पर शहाबुद्दीन के साथ लगातार कैफ के रहने से साफ होता है कि उनके ही इशारे पर राजदेव की हत्या हुई थी। मोदी ने लालू प्रसाद के दोनों मंत्री पुत्रों से अपील किया है कि आप यूपी के सीएम अखिलेश यादव की तरह अपने पिता से हिम्मत कर अपराधियों को पार्टी से बाहर करें।
शहाबुद्दीन को लालू का साथ तो शूटर को तेजप्रताप का साथ
मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद के परिवार में बड़े मियां तो बड़े मियां छोटे मियां सुभान अल्ला है। बाप शहाबुद्दीन के साथ घूमता है तो बेटा शहाबुद्दीन के शूटर के साथ घूमता है।
लालू का घर अपराधियों की शरणस्थली
दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि राजद खुले आम शहाबुद्दीन व अपराधियों का संरक्षण देने वाली पार्टी है। कैफ खुले आम घूम रहा है और सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद का घर अपराधियों की शरणस्थली बन गया है। अपराधी उनके बच्चों के साथ तालमेल बैठाकर अपना काम करेंगे। नीतीश कुमार से नैतिकता के आधार पर इस्तीफे की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि जनता का ध्यान भटकाने के लिए वे कहते हैं कि वे 32 दांत के बीच में काम कर रहे हैं।
नीतीश सरकार जमानत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में
इन सब के अलावा नीतीश सरकार शहाबुद्दीन के जमानत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में है। जदयू प्रवक्ता अजय आलोक ने इसके संकेत दिए। उन्होंने कहा कि निचली अदालतों के फैसलों के खिलाफ सरकारें अपील करती हैं, यह एक सामान्य बात है। यह भी कहा जा रहा कि सरकार शहाबुद्दीन की जमानत का विरोध करने वाली प्रशांत भूषण की याचिका का विरोध नहीं करेगी।