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आरुषि हत्याकांड में आया फैसला हमारे करप्ट सिस्टम का Best Example

locationनई दिल्लीPublished: Oct 12, 2017 06:49:22 pm

Submitted by:

amit2 sharma

पैरेंट्स के छूटने पर सोशल मीडिया में उठ रहे सवाल, एक यूजर ने पूछा, तो क्या आरुषि को जेसिका लाल की तरह किसी ने नहीं मारा

arushi verdict

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नई दिल्ली. तो क्या आरुषि को किसी ने नहीं मारा? क्या पैसे के दम पर न्याय खरीद लिया गया? आखिर हेमराज की भी हत्या हुई थी, उसकी कोई चर्चा क्यों नहीं कर रहा. ये वो कुछ प्रतिक्रियाएं हैं, जो आरुषि हत्याकांड में आरोपी रहे तलवार दंपत्ति के जेल से छूट जाने पर सोशल मीडिया में व्यक्त की जा रही हैं. आम आदमी से लेकर बड़ी-बड़ी हस्तियां इस मुद्दे पर अपनी राय रख रही हैं. एक ट्विटर यूजर ने सीधे-सीधे यहां तक लिख दिया है कि आरुषि हत्याकांड में आया फैसला हमारे करप्ट सिस्टम का सबसे बढ़िया उदाहरण है. इस करप्ट सिस्टम में पुलिस व्यवस्था, जांच व्यवस्था और न्याय व्यवस्था सभी शामिल हैं.
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वरीष्ठ फिल्मकार शेखर कपूर ने ट्विटर पर लिखा है कि इससे ज्यादा दुखद और कुछ भी नहीं हो सकता कि अपनी ही बेटी की हत्या के आरोप में तलवार दंपत्ति को जेल में रहना पड़ा. उन्होंने कहा कि मीडिया ने इस मसले पर अपनी तरह से राय रखी जिससे मामला खराब हुआ. उन्होंने आगे लिखा है कि वे तलवार दंपत्ति के लिए रो रहे हैं और वे उस दर्द की कल्पना भी नहीं कर सकते जिससे तलवार दंपत्ति को गुजरना पड़ा है. एक अन्य ट्विटर यूजर ने भी तलवार दंपत्ति को आखिरकार ‘न्याय’ मिलने पर ख़ुशी जताई है.
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एक वरिष्ठ पत्रकार अशोक श्रीवास्तव फेसबुक पर लिखते हैं कि आरुषि को किसने मारा पता नहीं ! सच ईश्वर जानता हैँ l पर दिल ने कभी नहीं माना कि माँ-बाप बेटी को मार सकते हैं. वहीं वरिष्ठ पत्रकार बरखा दत्त ने लिखा है कि हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि आरुषि के साथ हेमराज की भी हत्या हुई थी. उन्होंने लिखा कि लगता है कि अब हम कभी ये नहीं जान पाएंगे कि उन दोनों की हत्या किसने की. समाज सेविका कविता कृष्ण ने ट्विटर पर अपनी राय व्यक्त करते हुए लिखा है कि न्याय तथ्यों पर आधारित होना चाहिए, मीडिया में चल रही कहानियों के आधार पर नहीं.
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आरुषि केस में न्याय पूरा न होने को लेकर लोग जेसिका लाल हत्याकांड, सलमान खान केस, चिंकारा हत्याकांड से जोड़कर प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. एक ट्विटर यूजर ने कहा कि सलमान खान वाले केस में जो आदमी उस दिन सलमान खान की कार के पीछे था, उसी ने आरुषि की हत्या की है. वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा है कि अगर हम एक आरुषि को न्याय नहीं दे सकते हैं, तो किस दम पर एक ताकतवर देश के रूप में उभरने की कल्पना कर सकते हैं.
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