सीएम केजरीवाल ने कहा कि वर्तमान में दिल्ली के लिए जितना पानी उपलब्ध है उससे हर दिल्लीवासी को हर दिन औसतन 176 लीटर पानी मिल सकता है। पेयजल आपूर्ति प्रबंधन पर जोर देकर पानी की उपलब्धता को और बढ़ाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान उपलब्ध पानी कहां जा रहा है, क्या इसकी चोरी हो रही है या उपलब्ध पानी का प्रबंधन और बेहतर करने की जरूरत है। इन समस्याओं को दूर करने के लिए दिल्ली सरकार ने सलाहकार नियुक्त करने का फैसला किया है।
Bihar Chunav : इन मुद्दों से तय होगा मतदाताओं का सियासी रुख, जानें किसका पलड़ा कितना भारी? अब दिल्ली सरकार द्वारा नियुक्त सलाहकार बताएगा कि दिल्ली के लोगों को 24 घंटे पानी कैसे मुहैया कराया जा सकता है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए क्या-क्या कदम उठाए जा सकते हैं?
सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वॉटर मैनेजमेंट सिस्टम को हाईटेक करने की योजना है। पेयजल आपूर्ति के मामले में हमारे पास आदम के जमाने की तकनीक है। वर्तमान में किसी इलाके में जा रहे पानी को अगर किसी दूसरे इलाके की तरफ मोड़ना है तो मैकेनिक को पाइपलाइन से तीन चूड़ियां घुमानी पड़ती हैं। अब इसकी जगह सेंट्रलाइज्ड सिस्टम लागू किया जाएगा।
Gupteshwar Pandey ने खोला सियासी पत्ता, पहली बार एनडीए में जाने के दिए संकेत सेंट्रलाइज्ड सिस्टम से जल बोर्ड का कर्मचारी दफ्तर में बैठे-बैठे एक पाइप का पानी बंद कर दूसरे पाइप को खोल सकता है। यह सब रिमोट कंट्रोल सिस्टम से ही संभव होगा।
सीएम केजरीवाल ने इस बात की भी जानकारी दी कि दिल्ली को और ज्यादा पानी मिले, इसके लिए उत्तर प्रदेश, उत्तरांखड और हिमाचल प्रदेश की सरकारों से बातचीत चल रही है। अभी दिल्ली के पास उचित मात्रा में पानी उपलब्ध है।