राम रहीम केस की तरह न हो माहौल
पुलिस आधिकारियों को ये डर सता रहा कि राम रहीम केस में फैसले के बाद हुई हिंसा की तरह इस बार भी ऐसी कोई वारदात न हो। इसके चलते मामले का फैसला भी जोधपुर जेल में ही स्पेशल कोर्ट सुनाया जाएगा। इसके अलावा राजस्थान पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए आसाराम के सारे आश्रम खाली करा दिए हैं।
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10 दिनों के लिए धारा 144 लागू
बता दें कि धारा 144, 21 अप्रैल से 30 अप्रैल तक 10 दिनों के लिए लगाई गई है। जिस दौरान, बिना अनुमति धरना, प्रदर्शन, जुलूस या रैली निकालने पर प्रतिबंध है। इसके साथ ही जोधपुर के आसपास के 5 रेलवे स्टेशन पर कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। यह पुलिसकर्मियों की तैनाती बढ़ा दी गई है।
सुनवाई के दौरान कोर्ट में चुनिंदा लोग हुए शामिल
गौरतलब है कि टाडा कोर्ट वही कोर्ट है, जहां इंडियन मुजाहिदीन के आतंकियों के लिए तैयार किया गया था। फैसले के सुनवाई के दौरान कोर्ट के चुनिंदा कर्मचारियों और दोनों पक्षों के वकील ही शामिल हुए ।
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आसाराम के भक्तों का अखंड जाप
जहां एक तरफ पुलिस अपनी तरफ से हर मुमकिन कोशिश में जुटी थी, वहीं इसी बीच आसाराम के भक्तों ने उनकी रिहाई के लिए अखंड जाप भी शुरू कर दिया था। आसाराम के भक्तों को पूरा भरोसा है कि फैसला उनके पक्ष में होगा और बापू जल्द रिहा हो जाएंगे। हालांकि कोर्ट में उन्हें दोषी करार दिया गया है।