आंखों से छलकने लगे आंसू न्यायाधीश द्वारा दोषी करार देते ही कथा वाचक आसाराम सिर पकड़ कर बैठ गया और उसी समय वह राम नाम का जाप करने लगा। उम्र कैद की सजा सुनाते ही उसकी आखों में आसूं छलक पड़े। अदालत द्वारा दोषी करार देने के बाद सजा के बारे में दोनों पक्षों की ओर से दलील दी गयी। आसाराम के अधिवक्ताओं ने उनकी उम्र का हवाला देते हुये कम से कम सजा देने की दलील दी, लेकिन अदालत ने इसे नही माना।
न्याय से संतुष्टि मिली- पीडि़ता के पिता इधर फैसला आने के बाद मामले में पीडि़ता के पिता की प्रतिक्रिया आई। उन्होंने कहा, ”आसाराम दोषी करार दिया गया है। हमें न्याय मिल गया। मैं उन सभी का शुक्रिया करना चाहता हूं जिन्होंने इस जंग में हमारा साथ दिया। मुझे उम्मीद है कि उसे अब सख्त सज़ा मिलेगी। उम्मीद करता हूँ कि जो भी गवाह जिनकी या तो ह्त्या हुई या जिनका अपहरण हुआ उन्हें भी न्याय मिला होगा।