वहीं असम में अब हुई बारिश और बाढ़ के चलते 56 लाख से लोग प्रभावित हो चुके हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ( SDMA ) और NDRF की टीमें लगातार राहत और बचाव काम में जुटी हुई है।
माता वैष्णो देवी यात्रा को लेकर सामने आई बड़ी खबर, एक बार फिर मंडराया बड़ा खतरा असम में बाढ़ से जिंदगी बेहाल हो चुकी है। यहां लगाता हुई बारिश और कोरोना वायरस की दोहरी मार ने लोगों के लिए परेशानियां काफी बढ़ा दी है। गुरुवार एसडीएमए की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश में अब तक बाढ़ के चलते 110 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, वहीं राज्य के 30 जिलों में कुल 56 लाख 89 हजार 584 लोग प्रभावित हुए हैं।
आपको बता दें कि असम में बाढ़ की स्थिति विभिन्न जिलों में प्राकृतिक आपदा की वजह से लगातार बिगड़ रही है। यही वजह है कि यहां मरने वालों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है।
इन इलाकों में काफी बुरे हालात
प्रदेश के कई इलाके इस समय कठिन चुनौती का सामना कर रहे हैं। इनमें धेमाजी, बक्सा और मोरीगांव जिले में पिछले कुछ दिनों में कोई सुधार देखने को नहीं मिला है।
इन तीन जिलों में 14,205 से ज्यादा प्रभावित है और 7,009 हेक्टेयर फसल क्षेत्र भी प्रभावित हुआ है। धेमाजी में सबसे ज्यादा 12,908 लोग प्रभावित हुए हैं। 80 से ज्यादा गांव बाढ़ से बेहाल
असम के धेमाजी और जोरहाट जैसे जिलों में बाढ़ ने जमकर तबाही मचाई है। यहां के 80 से ज्यादा गांव बाढ़ की मार झेल रहे हैं। ये गांव पूरी तरह तबाह हो चुके हैं।
जोरहाट जिले के नेमाटीघाट पर ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, यही वजह है कि कई गांवों को पूरी तरह खाली करवा कर उन्हें राहत शिविरों में शिफ्ट किया जा रहा है।
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